ब्रिटेन की सत्तासीन कंजर्वेटिव पार्टी ने दो महीने की लंबी प्रक्रिया के बाद आज यानी सोमवार को संसद के निचले सदन- हाउस ऑफ कॉमन्स में उसका नेता और देश का अगला प्रधानमंत्री तय कर लिया। पीएम पद की इस रेस में आखिर तक सिर्फ दो ही चेहरे बचे थे- पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और मौजूदा विदेश मंत्री लिज ट्रस। दोनों नेताओं के बीच हुए चुनाव में पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को 60399 वोट वहीं उनकी प्रतिद्वंदी लिज ट्रस को 81326 वोट मिले।
कंजर्वेटिव पार्टी की चुनावी कमेटी के नेता ने एलान करते हुए लिज ट्रस को अपनी पहली पसंद बताया। वे ही ब्रिटेन की अगली प्रधानमंत्री होंगी। उन्होंने पीएम पद की रेस में ऋषि सुनक को पछाड़ा। ट्रस छह साल में इस देश की चौथी पीएम होंगी। इससे पहले डेविड कैमरन, थेरेसा मे, बोरिस जॉनसन 2016 से लेकर 2022 तक अलग-अलग अंतराल में पीएम पद पर रहे हैं।
2024 में होगी बड़ी जीत
यूके की अगली प्रधानमंत्री के रूप में नामित होने के बाद विदेश सचिव लिज ट्रस ने कहा कि मैं ऊर्जा संकट और ऊर्जा आपूर्ति के साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा पर दीर्घकालिक जरूरतों में करों में कटौती और हमारी अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए एक बेहतर योजना बनाउंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम 2024 में कंजर्वेटिव पार्टी को एक बहुत बड़ी जीत देंगे।
पीएम मोदी ने दी लिज ट्रस को शुभकामनाएं
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है। पीएम मोदी ने लिखा कि ‘बधाई हो लिज ट्रस… यूके के अगले पीएम चुने जाने के लिए। विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी। आपको आपकी नई भूमिका और जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं
जानें कौन हैं लिज ट्रस?
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी में आगे बताई जा रहीं लिज ट्रस की जिंदगी भी काफी रोचक है। ट्रस इस वक्त ब्रिटेन की विदेश मंत्री हैं। सरकारी स्कूल में पढ़ीं 47 साल की ट्रस के पिता गणित के प्रोफेसर और मां एक नर्स थीं। लेबर पार्टी समर्थक परिवार से आने वालीं ट्रस ने ऑक्सफोर्ड से दर्शन, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है।
पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए अकाउंटेंट के रूप में भी काम किया। इसके बाद वह राजनीति में आ गईं। सबसे पहला चुनाव उन्होंने पार्षद का जीता था। परिवार लेबर पार्टी का समर्थक था, लेकिन ट्रस को कंजरवेटिव पार्टी की विचारधारा पसंद आई। ट्रस को राइट विंग का पक्का समर्थक माना जाता है।
2010 में ट्रस पहली बार सांसद चुनी गईं। ट्रस शुरुआत में यूरोपियन यूनियन से अलग होने के मुद्दे खिलाफ थीं। हालांकि, बाद में ब्रेग्जिट के हीरो बनकर उभरे बोरिस जॉनसन के समर्थन में आ गईं। ब्रिटिश मीडिया अक्सर पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थ्रेचर से उनकी तुलना करता है।