राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 58 जगहों पर छापेमारी की जहां प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता छिपे हुए थे। उनका मानना है कि ये नेता एक अलग नाम से एक नया पीएफआई संगठन बनाने की कोशिश कर रहे थे और इसी वजह से एजेंसी को कार्रवाई करनी पड़ी है।
अधिकारियों का कहना है कि एनआईए की छापेमारी आज सुबह चार बजे शुरू हुई और अभी भी जारी है। केरल के एर्नाकुलम में प्रतिबंधित पीएफआई नेताओं से जुड़े आठ ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। तिरुवनंतपुरम में भी छह ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा एनआईए की टीमें त्रिवेंद्रम पुरम समेत कई अन्य जगहों पर कार्रवाई कर रही हैं।
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बता दें कि PFI का गठन साल 2006 में केरल में हुआ था, जिसने साल 2009 में एक राजनीतिक मोर्चा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया भी बनाया था। केरल में स्थापित कट्टरपंथी संगठन ने धीरे-धीरे पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में अपना डेरा डाला। प्रतिबंध की घोषणा के बाद, पीएफआई सदस्य हड़ताल पर चले गए, जिससे व्यापक हिंसा हुई। केरल उच्च न्यायालय ने तब राज्य सरकार को आदेश दिया था कि हिंसा में घायल हुए सार्वजनिक संपत्ति धारकों को हर्जाना दिया जाए।