सियोल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिण कोरिया ने 2018 के सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया है। सम्मान लेने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांतों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि ये भारतवासियों का सम्मान है। पीएम मोदी ने पुरस्कार के साथ मिलने वाली राशि को नमामि गंगे मिशन को दान देने का ऐलान किया है।
मोदी की एक्ट ईस्ट नीति को सम्मानित किया गया है। मोदीनॉमिक्स, लोकतंत्र की मजबूती और मोदी सिद्धांत को अतंरराष्ट्रीय सम्मान मिला है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं। सियोल के ब्लू हाउस में पीएम मोदी का दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन और फर्स्ट लेडी किम जंग सूक ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने युद्ध में मारे गए एक लाख 65 हजार कोरियाई सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने कहा, ‘1988 में सियोल ओलंपिक्स से कुछ हफ्ते पहले एक संगठन अल-कायदा का गठन हुआ था। आज कट्टरता और आतंकवाद वैश्विक हो गए हैं और यह विश्व शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गए हैं। आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हाथ मिलाने और एकजुट होने का समय आ गया है। केवल ऐसा करने से ही हम नफरत को सद्भाव से बदल सकते हैं।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, तब से यह बात कहता आ रहा हूं कि भारत के विकास के लिए कोरिया का मॉडल शायद सबसे अनुकरणीय हैं। कोरिया की प्रगति भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसलिए कोरिया की यात्रा करना मेरे लिए प्रसन्नता का विषय होता है। पिछले दिनों पुलवामा में हुआ आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति मून के संवेदना और समर्थन भरे संदेश के लिए मैं दिल से उनका आभार प्रदान करता हूं।
सियोल शांति पुरस्कार को देने की शुरुआत साल 1990 में हुई थी।
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