नॉन फंगिबल टोकन (NFT) को 75 ईथर (ETH) के लिए 3 लाख डॉलर यानी करीब 2.27 करोड़ रुपये में लिस्ट किया जाना था, लेकिन एनएफटी के मालिक मैक्सनॉट से टाइपिंग में गलती हुई और 75 ईटीएच के बजाय 0.75 ईटीएच की लिस्टिंग मूल्य दर्ज कर दिया.
इसके बाद एनएफटी को 3000 डॉलर यानी करीब 2.27 लाख रुपये में बेचा गया.
पिछले कुछ समय से मार्केट में एनएफटी यानी नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Tokens) खूब चर्चा में है, जिसे ऑनलाइन खरीदा और बेचा जाता है.
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक छोटी सी गलती की वजह से 2.27 करोड़ रुपये की कीमत वाला बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) सिर्फ 2.27 लाख रुपये में बिक गया.
बता दें कि बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) युग लैब्स द्वारा बनाए गए 10000 यूनिक वानरों (Unique Bored Apes) का एक लोकप्रिय संग्रह है.
अब तक इस संग्रह की बिक्री आधा बिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुकी है.
मैक्स ने बताया कि यह घटना एकाग्रता (Concentration) में कमी के कारण हुई.
उन्होंने कहा कि वह हर दिन बहुत सारी चीजों की लिस्टिंग करता है, लेकिन ठीक से ध्यान नहीं देने की वजह से यह गलती हो गई.
इससे पहले कि मालिक अपनी गलती को ठीक करने की कोशिश करता, किसी ने बहुत कम कीमत पर एनएफटी को खरीद लिया.
सस्ते में मिल रहे बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) को खरीदने के लिए खरीददार ने लेन-देन को तेजी से पूरा करने के लिए अतिरिक्त 34 हजार डॉलर यानी करीब 25.86 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.
क्या होता है NFT?
एनएफटी यानी नॉन फंजिबल टोकन (NFT) उसे कहा जाता है, जिसका फिजिकल तौर पर लेन-देन न हो यानी हाथों से लेन-देन न किया जा सके.
उदाहरण के तौर पर बात करें तो 100 रुपये का नोट फिजिबल एसेट है, क्योंकि हम उसे हाथों में ले सकते हैं.
ठीक इसके उलट नॉन फंजीबल एसेट होते हैं.
दरअसल, एनएफटी का लेन-देन नहीं होता, इसलिए ये बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी से भी बिल्कुल अलग है.
एनएफटी (NFT) की मदद से किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद पेंटिंग, ऑडियो, पोस्टर या वीडियो को आसानी से खरीदा-बेचा जा सकता है. इसके बदले डिजिटल टोकन मिलते हैं.
इन डिजिटल टोकन्स को ही एनएफटी कहा जाता है.
एनएफटी एक तरह का डिजिटल ऑक्शन है. एनएफटी के जरिए कलाकारों को बहुत फायदा है.
वो अपने आर्टवर्क, जिसकी कोई दूसरी कॉपी मौजूद नहीं है उसे एनएफटी कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं.
एनएफटी से एक बड़ा फायदा ये है कि जब तक आपका आर्टवर्क बिकता रहेगा, तब तक आपके पैसे आते रहेंगे.
यानी लाइफटाइम आपको उससे कमाई का एक हिस्सा मिलता रहेगा.
इसके साथ ही इस प्रक्रिया में ये भी तय किया जाता है कि अपके आर्टवर्क का कॉपीराइट आपके पास ही रहे.