प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार (31 अगस्त) सुबह 10 बजे नई दिल्ली के भारत मंडपम में जिला न्यायपालिका के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. यह कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट द्वारा आयोजित किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर एक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे. उद्घाटन समारोह में कानून और न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे.
दो दिवसीय सम्मेलन में पांच प्रमुख कार्य सत्र होंगे
दो दिवसीय सम्मेलन में पांच कार्य सत्रों का आयोजन होगा, जिसमें जिला न्यायपालिका से जुड़े विषयों जैसे कि इन्फ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधन, सभी के लिए समावेशी न्यायालय, न्यायिक सुरक्षा और न्यायिक कल्याण, मामला प्रबंधन और न्यायिक प्रशिक्षण पर विचार-विमर्श और चर्चा की जाएगी. उद्घाटन कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश, केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), भारत के अटॉर्नी जनरल, सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और भारतीय बार काउंसिल के अध्यक्ष भी शामिल रहेंगे.
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक सितंबर को समापन भाषण देंगी और सुप्रीम कोर्ट के ध्वज का उद्घाटन करेंगी
बयान के मुताबिक, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक सितंबर को समापन भाषण देंगी और सुप्रीम कोर्ट के ध्वज और प्रतीक चिन्ह का उद्घाटन भी करेंगी. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जिला न्यायपालिका के 800 से अधिक प्रतिभागी इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में भाग लेंगे. न्यायिक सुरक्षा और न्यायिक कल्याण पर भी न्यायाधीशों की सुरक्षा चिंताओं और कई कल्याणकारी पहलों को दूर करने के लिए चर्चा की जाएगी. आयोजन के दूसरे दिन ‘केस मैनेजमेंट’ पर एक सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें मामलों से कुशलतापूर्वक निपटने और लंबित मामलों में कमी के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी.”
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‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी
पीएम नरेंद्र मोदी ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिसकी जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने दी. उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी. बात अगर इसके रूट की करें तो ये वंदे भारत ट्रेन तीन मार्गों – मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु और चेन्नई-नागरकोइल की कनेक्टिविटी को और बेहतर करेंगी. मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन यात्रियों का वर्तमान में दोनों शहरों के बीच सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटा बचाएगी. इसी तरह, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन यात्रा को दो घंटे से अधिक समय में और लगभग 90 मिनट बचाकर पूरा करेंगी.
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उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में आधुनिक और तेज यात्रा की शुरुआत
नई वंदे भारत ट्रेन उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में लोगों को स्पीड और आराम के साथ यात्रा करने के लिए विश्व स्तरीय साधन उपलब्ध कराएंगी. पीएमओ के मुताबिक, नई वंदे भारत ट्रेनों के शुरू होने से रेल सेवा का एक नया मानक स्थापित होगा, जिससे नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदायों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकेगा. भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित, सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक रेल यात्रा का अनुभव प्रदान करती है. वंदे भारत ट्रेनों में तेज गति और 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की सेमी-हाई स्पीड संचालन होता है. इनमें टकराव रोधी उपकरण कवच लगा हुआ है और स्वचालित प्लग दरवाजों के साथ यात्रियों की मुक्त आवाजाही हो सकती है.
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