सेना को 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद से ही कामरान की तलाश थी और चार दिनों के बाद आखिरकार सफलता मिल ही गई।
सुरक्षाबलों ने पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड आतंकी गाजी रशीद उर्फ कामरान को रविवार देर रात शुरू हुई मुठभेड़ में मार गिराया है।
सुरक्षाबलों ने सोमवार को पिंगलिना इलाके में 11 घंटे से ज्यादा चली मुठभेड़ में गाजी समेत दो आतंकियों को मार-गिराने में कामयाबी पाई।
हालाकि शवों की आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अपने भतीजे उस्मान और भांजे तल्हा रशीद के जरिए घाटी में आतंकी हरकतों को अंजाम देता था।
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाजी उर्फ कामरान पुलवामा के पिंगलिना में छिपा हुआ है।
गाजी अपने दो साथियों के साथ दिसंबर में कश्मीर में दाखिल हुआ था। वह दक्षिण कश्मीर में छुपकर रह रहा था। गाजी को मसूद अजहर का काफी करीबी माना जाता था।
अफगानिस्तान में लड़ने वाले कामरान को IED स्पेशलिस्ट बताया जाता है। उसी ने आत्मघाती हमलावर आदिल डार को हमले के लिए प्रशिक्षित किया था। कामरान को युद्ध तकनीक और IED बनाने का प्रशिक्षण तालिबान से मिला था
गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे।
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