बीकेयू नेता राकेश टिकैत बुधवार को हरियाणा के जींद में समर्थन जुटाने और किसान आंदोलन में तेजी लाने के लिए यहां एक किसान महापंचायत को संबोधित करने एक गांव पहुंचे, जहां उनका हजारों लोगों ने शानदार स्वागत किया और उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित की। टिकैत के साथ प्रदेश भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी मौजूद थे। इसी दौरान राकेश टिकैत जिस मंच पर खड़े थे वह स्टेज टूट गया। इस पर राकेश टिकैत ने कहा, पंचायत में मंच टूट गया, अच्छा हुआ, भाग्यवान लोगों के मंच टूटते हैं… ये लोग भी वही हैं, ये ट्रैक्टर भी वही हैं। वचन वही है हमारे 40 लोग (संयुक्त किसान मोर्चा) ही फैसला करेंगे, सरकार से बातचीत करेंगे।
महापंचायत के आयोजक कंडेला खाप के अध्यक्ष टेक राम ने कहा कि सभी खाप या सामुदायिक कोर्ट इसमें भाग ले रहे हैं। उन्होंने मीडिया को बताया, हमने 50,000 लोगों की उपस्थिति के लिए व्यवस्था की है। महापंचायत में भाग लेने से एक दिन पहले टिकैत ने कहा कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान सरकार की बात नहीं मानेंगे, तो अखिल भारतीय ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। इससे पहले भी कंडेला किसानों के आंदोलन का केंद्र रहा है। किसानों ने 2002 में कंडेला से बिजली बकाया की माफी की मांग को लेकर आंदोलन चलाया था।
हरियाणा के जींद जिले में हजारों किसानों की मौजूदगी के बीच किसान महापंचायत ने बुधवार को सर्वसम्मति से तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया, जहां बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने घोषणा की कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो, वे अखिल भारतीय स्तर पर महापंचायत आयोजित करेंगे।