नई दिल्ली, एजेंसी। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख और दो दिन के नुकसान के बाद गुरुवार को बेंचमार्क शेयर सूचकांकों में करीब एक प्रतिशत की तेजी आई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 659.31 अंक या 1.12 फीसदी चढ़कर 59,688.22 पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 683.05 अंक या 1.15 फीसदी की तेजी के साथ 59,711.96 पर पहुंच गया था। एनएसई निफ्टी (Nifty) 174.35 अंक या 0.99 प्रतिशत बढ़कर 17,798.75 पर बंद हुआ।
आज दिन के कारोबार में बैंकिंग, आईटी और ऑटो शेयरों में तेज खरीदारी देखने को मिली। टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स सेंसेक्स के शेयरों में आज जबरदस्त तेजी देखी गई। टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाइटन, नेस्ले और पावर ग्रिड के शेयर आज कमजोर रहे।
क्यों हुआ ये बदलाव
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि तेल की कीमतों में नरमी और वैश्विक बाजारों में लौट रहे भरोसे को देखते हुए घरेलू वित्तीय बाजारों में आज बढ़त देखी गई। इसने बढ़ती मुद्रास्फीति के बारे में निवेशकों की चिंताओं दूर किया। लगातार बढ़ा हुआ एफआईआई प्रवाह भारतीय बाजारों को लचीला बने रहने में सहायता कर रहा है।
एशिया में सियोल और टोक्यो के बाजार हरे रंग में समाप्त हुए, जबकि शंघाई और हांगकांग निचले स्तर पर बंद हुए। मध्य सत्र के सौदों के दौरान यूरोप के बाजार मिले-जुले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत गिरकर 87.57 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध खरीदार बने रहे, क्योंकि उन्होंने एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को 758.37 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
23 पैसे मजबूत हुआ रुपया
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती के रुख के बीच गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे की तेजी के साथ 79.72 (अनंतिम) पर बंद हुआ। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया ग्रीनबैक के मुकाबले 79.72 पर खुला। पिछले सत्र में रुपया 79.72 पर बंद हुआ था। डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत को मापता है, 0.11 प्रतिशत गिरकर 109.72 पर आ गया।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.60 प्रतिशत गिरकर 87.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।