नई दिल्ली [आर्डर ऑफ़ इंडिया स्पेशल ]। पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए था आतंकी हमला यह हमले के 11 दिन बाद मंगलवार को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर हवाई हमले को अंजाम दिया। इस हमले को अंजाम देने के लिए वायुसेना पिछले 11 दिनों से अपनी रणनीति पर काम कर रही थी।
- 15 फरवरी 2019: बीरेंद्र सिंह धनोवा यह वायुसेना प्रमुखहै इन्होंने सरकार के सामने हवाई हमले का प्रस्ताव रखा, सरकार ने मंजूरी दी
- 16-20 फरवरी 2019: वायुसेना और सेना ने नियंत्रण रेखा पर हेरोन ड्रोंस के साथ एयरबोर्न सर्विलांस को आजमाया
- 20-22 फरवरी 2019: खुफिया एजेंसियों और वायुसेना ने हमले में निशाना बनाने के लिए संभावित स्थानों का खाका खींचा
- 21 फरवरी2019: अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के सामने हवाई हमले के लिए विकल्पों को रखा गया
- 22 फरवरी 2019 : एयर स्ट्राइक मिशन के लिए मिराज लड़ाकू विमान की 1-स्क्वाड्रन ‘टाइगर्स’ और 7 स्क्वाड्रन ‘बैटल एक्सेस’ को सक्रिय किया गया
- 24 फरवरी 2019 : मध्य भारत में ट्रायल किया गया, इसमें बठिंडा के अर्ली वार्निंग जेट और आगरा के हवा में ईंधन भरने में सक्षम विमान भी शामिल हुए
- 25-26 फरवरी 2019 की रात : ऑपरेशन शुरू, लेजर गाइडेड बम से लैस 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर से उड़ान भरी
बठिंडा से एक अर्ली वार्निंग जेट और आगरा से हवा में ईंधन भरने में सक्षम एक जेट ने भी उड़ान भरी, इसके अलावा एक हेरोन सर्विलांस ड्रोन की भी मदद ली गई - 26 फरवरी की सुबह : अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की
Comments are closed.