ऐसी चर्चा है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बनने के काफी करीब हैं। ऐसे में जिज्ञासा होती है कि आखिर सच क्या है। क्या वह ब्रिटेन के नए पीएम होने के काफी करीब है। इसकी क्या संभावना है। आइए जानते हैं कि वह ब्रिटेन में पीएम की कुर्सी से कितने दूर हैं ऋषि सुनक। आखिर वह इस प्रक्रिया में कहां तक पहुंच गए हैं। इसके आगे की क्या राह है।
दरअसल, ब्रिटेन में पार्टी प्रत्याशी को प्रधानमंत्री की रेस में कदम रखने के लिए कम से कम 20 सांसदों के समर्थन की जरूरत होती है। नामांकन के बाद पहले मतदान की वोटिंग होती है। इसमें 30 से कम वोट मिलने वाला प्रत्याशी रेस से बाहर हो जाता है। इसके बाद पहले मतदान में जीतने वाले प्रत्याशी दूसरी वोटिंग में हिस्सा लेते हैं। इसमें जिस उम्मीदवार को सबसे कम वोट मिलते हैं वो इस रेस से बाहर हो जाता है। इस तरह से इसमें कई दौर का मतदान होता है। हर दौर में उम्मीदवारों की संख्या कम होती जाती है। टोरी सांसदों के वोटों का सिलसिला तब तक जारी रहता है जब तक केवल दो प्रत्याशी प्रधानमंत्री की रेस में नहीं रह जाते हैं।