VLC पर मूवी और कंटेंट देखने वालों को जोरदार झटका लगा है. मोदी सरकार ने VLC Media Player की वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है.
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी ने VLC Media Player की वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, सरकार ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि पाया गया कि साइट मंत्रालय द्वारा पहले से प्रतिबंधित ऐप के सर्वर से संचार कर रही थी जो भारतीयों के सेंसेटिव पर्सनल डेटा को ‘हॉस्टाइल कंट्री’ में ट्रांसफर कर रही थी. VLC Media Player को संचालित करने वाली गैर-लाभकारी संस्था वीडियोलैन की वेबसाइट को ब्लॉक करने का अनुरोध गृह मंत्रालय द्वारा भेजा गया था.
ऐप स्टोर पर है उपलब्ध
वीडियोलैन का यूआरएल, videolan.org, जहां से वीएलसी मीडिया प्लेयर सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया जा सकता था, फरवरी में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 69 (ए) के तहत देश में ब्लॉक कर दिया गया था. हालांकि, VLC Media Player सॉफ़्टवेयर Google और Apple के ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है.
भेजा था कानूनी नोटिस
इस महीने की शुरुआत में, VideoLan ने मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी (MeitY) और दूरसंचार विभाग (DoT) को एक कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें भारत में साइट को ब्लॉक करने के कारणों को जानने की मांग की गई थी, और इसके URL को ब्लॉक करने के लिए जारी किए गए ब्लॉकिंग ऑर्डर की एक कॉपी की मांग की गई थी.
MeitY देगा अब जवाब
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी (MeitY) ने कानूनी नोटिस के जवाब में एक इंटरनल नोट तैयार किया है – जिसे वीडियोलैन ने दिल्ली स्थित डिजिटल राइट्स ग्रुप इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन की सहायता से जारी किया था – और इसे वीडियोलैन के साथ शेयर करने की प्रक्रिया में है.
ट्रांसफर किया जा रहा था पर्सनल डेटा
मंत्रालय के नोट के अनुसार, वीडियोलैन की वेबसाइट Onmyoji Arena नामक एक ऐप के साथ ‘संचार’ कर रही थी और साइट द्वारा एकत्र किए गए डेटा को इस ऐप के माध्यम से ‘हॉस्टाइल कंट्री’ में ट्रांसफर कर दिया गया था. एक अलग टेक्निकल इवेल्यूएशन कमीटी ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है. Onmyoji Arena, उन 54 ऐप में से एक था, जिन्हें MeitY ने फरवरी में कथित चीनी-लिंक के लिए और भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम पैदा करने के लिए ब्लॉक करने का आदेश दिया था.