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    Taiwan Crisis यूक्रेन में रूस की गलतियों से सबक लेगा चीन, या ताइवान में ‘बैटल लैब‘ का प्रयोग दोहराएगा

    This undated photo taken in April 2018 shows China's sole operational aircraft carrier, the Liaoning (front), sailing with other ships during a drill at sea. - A flotilla of Chinese naval vessels held a "live combat drill" in the East China Sea, state media reported early April 23, 2018, the latest show of force by Beijing's burgeoning navy in disputed waters that have riled neighbours. (Photo by - / AFP) / China OUT (Photo credit should read -/AFP/Getty Images)

    यूक्रेन पर रूस द्वारा 24 फरवरी को किए गए हमले को अब तक छह माह से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन ये जंग किसी अंजाम तक नहीं पहुंची है। इस हमले से चीन व अमेरिका को छोड़कर बाकी देश हैरान रह गए थे। रूस के राष्ट्रपंति व्लादिमीर पुतिन छह माह से सबसे जोखिमभरी जंग लड़ रहे हैं, ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इससे चीन कोई सबक ले रहा या नहीं? क्या वह ताइवान पर हमले में पुतिन जैसी गलती करेगा? यह सवाल बहुत अहम है, इस पर संबद्ध पक्षों की राय भिन्न-भिन्न है। कहा जा रहा है कि चीन  ताइवान में रूस की तरह गलतिया नहीं करेगा। 

    जानकारों का कहना है कि चीन के पास यूक्रेन की जंग से सबक लेना का काफी समय है। उसका नापाक इरादा अपने पड़ोसी देश ताइवान पर कब्जे का है। वह ताइवान में रूस की तरह गलती नहीं करेगा।  वाशिंगटन डीसी में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान में चीनी सैन्य मामलों के विशेषज्ञ डॉ. जोएल वुथनो ने उन सबक का जिक्र किया है, जो चीन और पीएलए यूक्रेन जंग से ले सकते हैं। ‘यूक्रेन से चीन को सैन्य सबक‘ शीर्षक की रिपोर्ट में वुथनो ने कहा कि पीएलए ने इस विषय पर अब तक न के बराबर  विचार किया है।  पीएलए को रूस द्वारा की गई गलतियों से खुद को दूर रखना चाहिए। 

    ताइवान यूक्रेन नहीं है, चीन का अविभाज्य हिस्सा

     चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने मार्च में कहा था कि ‘ताइवान यूक्रेन नहीं है‘। वह चीन का एक अविभाज्य हिस्सा है। ताइवान का प्रश्न स्पष्ट रूप से चीन के आंतरिक मामले में बाहरी हस्तक्षेप का मामला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।  कियान ने जोर देकर कहा कि ताइवान की खाड़ी में  दोनों पक्षों को फिर से एक होना चाहिए और यह होगा। यह इतिहास की प्रवृत्ति है जिसे कभी भी किसी या किसी भी बल द्वारा रोका नहीं जा सकता है। 

    ताइवान स्वतंत्र व संप्रभु देश: अमेरिका
    उधर, अमेरिका में प्रोजेक्ट 2049 संस्थान के रिसर्च फेलो इयान ईस्टन ने साफ कहा है कि ताइवान एक स्वतंत्र और संप्रभु देश है। वह कभी भी पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चायना के शासन क्षेत्र का हिस्सा नहीं रहा। फिर भी चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए के अधिकारी ताइवान को चीन का ही हिस्सा बता रहे हैं। 

    पीएलए भड़काने वाली कार्रवाई का जवाब देने के लिए तैयार
    चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू ने कहा कि चीन के लिए अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना पूरी तरह से उचित है। चीनी पीएलए किसी भी भड़काने वाली कार्रवाई का दृढ़ता से जवाब देने के लिए तैयार है। वू ने कहा कि चीन के लिए अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना पूरी तरह से उचित है। चीनी पीएलए किसी भी भड़काने वाली कार्रवाई का दृढ़ता से जवाब देने के लिए तैयार है। 

    ईस्टन ने चेतावनी दी है कि चीन शांतिकाल में किसी देश के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े सैन्य तैयारी कर रहा है। चीन के अधिकारी अमेरिका को सबसे बड़ा दुश्मन बता रहे हैं और ताइवान को अपना सर्वोच्च मिशन बता रहे हैं। जबकि उन्हें यूक्रेन जंग से सबक लेने की

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