क्या पंजाब विवाद खत्म हो गया है?
तो अब खत्म हो जाएगी पंजाब में कलह! नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी आज, कैप्टन को भी ‘कप्तानी’ मंजूर.
अभी दो दिन पहले ही अमरिंदर सिंह की ओर से मांग की गई थी कि नवजोत सिंह सिद्धू उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें, लेकिन अब ऐसा अचानक क्या हुआ कि कैप्टन उनके कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अब कोई विवाद नहीं रहेगा? सिद्धू शुक्रवार को जब प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे! तो वहां मौजूद लोगों की उपस्थिति इन सवालों का जवाब दे देगी।
क्योंकि, सबकी नजर कैप्टन पर है।
पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और चार अन्य कार्यकारी अध्यक्ष आज यहां अपना-अपना कार्यभार संभालेंगे और इस मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी मौजूद रह सकते हैं।
क्यों अचानक बदल गया कैप्टन का रुख?
कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का अध्यक्ष बनाया गया.
सिद्धू के नाम के ऐलान के बाद करीब 60 विधायक उनके आवास पर पहुंचे.
ऐसे में सभी नेताओं का मानना था कि कैप्टन इसतरह की मांग करके पार्टी हाईकमान बात नहीं मान रहे हैं.
एक ओर नवजोत सिंह सिद्धू पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर खुद पार्टी हाईकमान का निर्देश ना मानना कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ जा रहा था.
साथ ही पार्टी के कैडर में इससे गलत संदेश और कन्फ्यूज़न पैदा हो रहा था.
सिद्धू की ताजपोशी कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी आमंत्रित किया गया है।
कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा ने कैप्टन से मुलाकात कर उन्हें न्योता दिया। मुलाकात के बाद नागरा ने कहा कि कैप्टन ने कार्यक्रम में शामिल होने का भरोसा दिया है। इसके साथ सिद्धू ने मुख्यमंत्री को एक और पत्र लिखकर कार्यक्रम में शामिल होकर आशीर्वाद देने का आग्रह किया है। सिद्धू मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की जगह लेंगे।
सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच पिछले कुछ समय से तकरार चल रही है।
अमृतसर (पूर्व) के विधायक ने हाल में मुख्यमंत्री पर बेअदबी के मामलों को लेकर निशाना साधा था।