दूर-दूर तक पानी का नजारा और हिचकोले खाती नाव पर सजा मार्केट। चप्पू से उठती कल-कल की आवाज के बीच मोलभाव करते खरीदार। कुछ ऐसा ही नजारा दिखता है फ्लोटिंग मार्केट का, जो अब सिर्फ एक बाजार ही नहीं रहा बल्कि टूरिस्ट प्लेस में भी तब्दील हो चुका है। यहां सब्जी-फल से लेकर घर की सजावट का सामान मौजूद है। केरल से लेकर इंडोनेशिया के बंजरमसिन फ्लोटिंग मार्केट तक की अपनी खासियत है। यहां सिर्फ स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि पर्यटक भी शॉपिंग के लिए आते हैं। जानते हैं देश-विदेश के फ्लोटिंग मार्केट के बारे में…
1. इंडोनेशिया : बंजरमसिन फ्लोटिंग मार्केट
इसमें कई तरह की स्थानीय हस्तकलाएं, मसाले, फल और सब्जियां आसानी से मिल जाएंगी। पारंपरिक क्राफ्ट से बनी सजावट की वस्तुएं यहां के रिवाज और परंपरा को प्रतिबिंबित करती हैं। यह लोक बैंटेन फ्लोटिंग मार्केट दुनियाभर में फेमस है।
यह बाजार सुंगाई पिनांग विलेज में स्थित है। इसे पासर अपुंग सुंगाई मार्तापुरा नाम से भी जाना जाता है। यह बिल्कुल माउरा कुइन फ्लोटिंग मार्केट की तरह है। कारोबारियों तक स्थानीय लोगाें के साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटक यहां खरीदार बनकर शॉपिंग करते हैं।
इनकी छोटी-छोटी नांव को ‘जुकुंग’ कहा जाता है। इनको पारंपरिक तौर पर चप्पुओं के साथ इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर उनको इस नाव को लेकर घर से कहीं दूर जाना होता है तो दूर जाने वाले लोग मिलकर एक बड़ी नाव को किराए पर ले लेते हैं। यहां के खूबसूरत नजारे देखने के लिए एकदम सुबह और शाम का वक्त मुफीद रहता है।
2. वियतनाम : फुंग हेप और काई बे
वियतनाम में एक नहीं बल्कि दो ‘फुंग हेप’ और ‘काई बे’ नाम के फ्लोटिंग मार्केट मौजूद हैं। फुंग हेप वियतनाम की सबसे बड़ी फ्लोटिंग मार्केट मानी जाती है। इसके अलावा मेकांग डेल्टा भी वियतनाम का एक खास तैरता हुआ बाजार है।
यहां फुंग हेप और काई बे बहुत मशहूर, सबसे बड़ा व व्यस्ततम फ्लोटिंग मार्केट है। काई बे मार्केट जाइंट टिएन नदी पर लगता है, जो कि एक ट्रांसपोर्ट हब है। यह मार्केट हो चि मिन्ह सिटी के नजदीक है, इसलिए दुनियाभर के पर्यटक जो इस सिटी में घूमने के लिए आते हैं, वे यहां जरूर वक्त बिताते हैं। यहां नाव पर सैर के साथ गरमागर्म लजीज व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
3. थाईलैंड : डेम्नोएन सडुक फ्लोटिंग मार्केट
बना हुआ है। यह थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से करीब 100 किलोमीटर दूर है।
इस मार्केट को खासतौर पर पर्यटकों के आकर्षण के लिए ही बनाया गया है। यहां के लोगों की लाइफस्टाइल का परंपरागत तरीका देखना है तो यह जगह घूमने का बेहतर विकल्प है।
यहां परंपरागत थाई हाउस भी देखने को मिलते हैं। ताजे फल और सब्जियों के अलवा यहां कोकोनट पैनकेके और नूडल की कई वैरायटी खाने को मिलती हैं।
4.श्रीनगर: पानी पर तैरता 35 करोड़ का कारोबार
7 बजे तक नावों में सब्जी बेची जाती है।
यह मार्केट लगभग 60 के दशक से चला आ रहा है। इतना कम समय होने के बावजूद मार्केट में पर्यटकों की बहुत भीड़ हो जाती है और इस बाजार का सालाना 35 करोड़ रुपए तक का टर्नओवर है।
5. कोलकाता : 100 से ज्यादा बोट्स पर व्यापार
जनवरी 2018 में ही पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देश का पहला स्थाई ‘फ्लोटिंग मार्केट’ बना है। इस मार्केट में 100 से ज्यादा बोट्स हैं। इनमें फल, सब्जी, मछली, फूल आदि बेचे जाते हैं।
यहां एक बोट से दूसरी बोट तक जाने के लिए लकड़ी का रास्ता बनाया गया है। 10 करोड़ की लागत में बनकर तैयार हुआ यह आकर्षक तैरता बाजार सुबह 6 से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
6. कुट्टनाड़ु: केरल का तैरता सुपर मार्केट
केरल में एक बोट पर ‘Floating Triveni Super Store’ नाम से मॉल बना हुआ है। यह बोट मॉल करीब के 50 से ज्यादा गांवों में घूमता है और इस पर अनाज से लेकर टीवी सेट्स तक खरीदे जा सकते हैं।
इसकी खासियत के कारण इसे नेशनल ज्योग्राफिक ट्रेवेलर्स की लिस्ट में ताजमहल से ऊपर जगह दी गई है। इसे दुनिया के बेस्ट डेस्टिनेशन में शामिल किया गया है। यह मॉल सुबह 8 से शाम 6 बजे तक खुला रहता है और एक समय में केवल 20 लोग ही इस पर जा सकते हैं।
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