• Fri. Nov 22nd, 2024
    मनोज जरांगे

    मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने मराठों को आरक्षण देने के लिए विशेष सत्र बुलाने के बजाय महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पारित करने का राज्य सरकार से मंगलवार को अनुरोध किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह नगर ठाणे में एक रैली को संबोधित करते हुए जरांगे ने सरकार को 24 दिसंबर की समय सीमा की याद दिलाई, जो उन्होंने मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए रखी है।

    Also Read: Exceptional Whisky Fetches Rs 22 Crore in Auction, Ranked Among World’s Most Valuable

    आगामी सत्र में मराठों को दें आरक्षण

    मनोज जरांगे ने जोर देते हुए कहा ‘महाराष्ट्र सरकार 7 दिसंबर से होने वाले राज्य विधानमंडल के आगामी सत्र में एक विधेयक पारित कर सकती है। विशेष सत्र बुलाने के बजाय, नवीनतम (कुनबी) रिकॉर्ड निष्कर्षों के आधार पर आगामी सत्र में ही मराठों को आरक्षण दें।’

    Also Read: The Mystery Unveiled: Why Your Mouth Tingles When You Eat Pineapple

    सीएम शिंदे ले सकते हैं फैसले

    उन्होंने कहा कि जिन लोगों का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है, उनके लिए कोटा देने के लिए 2001 आरक्षण अधिनियम का फॉर्मूला लागू किया जाए।  सीएम शिंदे इस पर फैसला ले सकते हैं। 

    Also Read: Gautam Gambhir returns to KKR before IPL 2024

    जारांगे ने कहा, अगर 24 दिसंबर तक आरक्षण नहीं दिया गया तो हम अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे। 25 दिसंबर से आंदोलन इतना उग्र हो जाएगा कि सरकार संभाल नहीं पाएगी। 

    Also Read: Elon Musk takes a dig after Satya Nadella announces Altman is joining Microsoft

    छगन भुजबल को भुगतने होंगे परिणाम

    महाराष्ट्र के मंत्री और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेता छगन भुजबल का नाम लिए बिना जारांगे ने उनकी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें बाद में परिणाम भुगतने होंगे। 

    महाराष्ट्र के मंत्री एवं ओबीसी नेता छगन भुजबल का नाम लिये बगैर जरांगे ने उनकी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें बाद में अंजाम भुगतना होगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता भुजबल ओबीसी कोटा से आरक्षण मुहैया करने की जरांगे की मांग का विरोध करने में आगे रहे हैं।  जरांगे ने कहा कि कोटा की मांग को लेकर अपने अनशन के कारण वह शारीरिक रूप से कमजोर हो गए हैं। 

    उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मेरी शारीरिक हालत पर न जाएं. मैं किसी भी स्थिति का सामना और पलटवार कर सकता हूं। ” उन्होंने जोर दिया कि वह आखिरी सांस तक लड़ेंगे। 

    Also Read: Transgender players banned from international women’s cricket by ICC

    Share With Your Friends If you Loved it!