यह फैसला ऐसे समय आया है, जब अर्थव्यवस्था में तरतला का संकट है वित्तीय सेवा प्रदान करनेवाली कंपनी आईएलएंडएफएस ने सितंबर में अपनी देनदारियां चुकाने से डिफॉल्ट कर दिया था.
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को कहा कि वह इस साल नवंबर में सरकारी प्रतिभूतियों की खरीदारी करके बाजार में 40,000 करोड़ रुपये की तरलता लाएगा. यह फैसला ऐसे समय आया है, जब अर्थव्यवस्था में तरतला का संकट है वित्तीय सेवा प्रदान करनेवाली कंपनी आईएलएंडएफएस ने सितंबर में अपनी देनदारियां चुकाने से डिफॉल्ट कर दिया था, क्योंकि कंपनी के पास नकदी नहीं है.
आरबीआई ने एक बयान में कहा, “सतत तरलता जरूरतों के आकलन के आधार पर आगे बढ़ते हुए आरबीआई ने यह फैसला किया है कि वह ओपन मार्केट ऑपरेशंस (ओएमओज) के तहत साल 2018 के नवंबर में करी 400 अरब डॉलर रकम की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीदारी करेगी.”
केंद्रीय बैंक ने कहा कि नीलामी की तारीख और उन नीलामी में खरीदी जानेवाली सरकारी प्रतिभूतियों के बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी. बयान में कहा गया, “ओएमओ की रकम सांकेतिक हैं और आरबीआई जरूरत मुताबिक इसमें बदलाव कर सकता है, जोकि उस समय तरलता की स्थिति और बाजार की स्थितियों पर निर्भर करता है.”
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