एक जमाने में देश भर में 15 पैसे में देश की सबसे सस्ती मोबाइल सेवा को शुरू करने वाली अनिल अंबानी की कंपनी रिलांयस कम्यूनिकेशन ने शुक्रवार को दिवालिया घोषित करने की अर्जी दी है।
सोमवार को कंपनी का शेयर 54.3 फीसदी गिरकर 5.30 रुपये पर आ गए थे।
नए बिजनेस मॉडल का किया था आगाज इंडस्ट्री में जब कॉम्पिटिशन बढ़ा तो सस्ती कॉल दरें, अट्रैक्टिव ऑफर्स देकर इंडस्ट्री में नए बिजनेस मॉडल की शुरुआत की।
बाद में इसी मॉडल को सभी बड़ी टेलिकॉम कंपनियों ने अपनाया।
व्यापार जगत में एक दशक पहले तक अनिल अंबानी और रिलायंस की तूती बोलती थी। बड़े भाई मुकेश अंबानी से बटवांरे के बाद अनिल के खाते में आरकॉम भी आ गई थी।
हालांकि एयरटेल (Airtel), जियो (Reliance Jio), आइडिया (Idea) और वोडाफोन (Vodafone) जैसी कंपनियां तो आज भी मार्केट में मजबूती से टिकी हैं, लेकिन आरकॉम अब जल्द गुजरे जमाने की बात हो जाएगी।
विभिन्न कर्जदाताओं का बकाया लौटाने में असफल रही कंपनी ने एनसीएलटी में दिवालिया एवं ऋणशोधन अक्षमता कानून (आईबीसी) के तहत फास्ट ट्रैक रिज्योलूशन की गुहार लगाई है।
समूह की इन कंपनियों के भी शेयर लुढ़के
कंपनी गिरावट (फीसदी में)
रिलायंस कैपिटल 10.00
रिलायंस पावर 9.68
रिलायंस नवल्स एंड इंजीनियरिंग 9.39
रिलायंस होम 8.83
रिलायंस इंफ्रा 6.41
रिलायंस निप्पॉन 1.58
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