प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में आर्थिक नीतियों और कार्यक्रमों में सुधारों को निरंतर आगे बढ़ाने को लेकर मंगलवार को सरकार की सशक्त प्रतिबद्धता व्यक्त की और देश की राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था बुनियादी बदलाव लाने का वादा किया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा है कि भारत में निवेश करने का यही सही वक्त है।
इस समय यहां कारोबार शुरू करने के लिए पर्याप्त ढांचागत संरचना का विकास हो चुका है और उनके निवेश की सुरक्षा के लिए भी तंत्र विकसित हो गया है।
इस वैश्विक निवेशक सम्मलेन की लोकप्रियता को देदखते हुए अब इसे ‘पूर्व का दावोस’ कहा जाने लगा है ।
विश्व व्यापार मंच द्वारा स्विट्जरलैंड के वार्षिक दावोस सम्मेलन की तरह वाइब्रेंट गुजरात सम्मलेन में भी फार्च्यून 500 सूची की कई कंपनियों के सीईओ तथा अनेक देशों के राजनेता और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं ।
विश्व बैंक की ईज आफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने पिछले साल 65 पायदान की छलांग लगाई है।
उन्होंने कहा हम इससे ही संतुष्ट नहीं हैं। हमने अपने अधिकारियों से कहा है कि इस मापदंड में भारत को शीर्ष 50 देशों की सूची में लायें।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने व्यापार सुगमता पर अत्यधिक जोर दिया है..मेरी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था के निरंतर सुधार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है ।
उन्होंने कहा कि करोबार सस्ता हो सके, इसके लिए यहां जटिल कर कानून को आसान किया जा रहा है।
पिछले दो साल में कारपोरेट टैक्स की दर 30 फीसदी से घटा कर 25 फीसदी की जा चुकी है। अप्रत्यक्ष कर के क्षेत्र में सबसे बडा कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली, लागू हो चुकी है।
इस क्षेत्र के कानूनों का कंसोलिडेशन एवं सिंपलीफिकेशन हो चुका है।
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