जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दूर दराज इलाके मड़वा के मचना जंगलों में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं. जो हेलिकॉप्टर दुर्घनाग्रस्त हुआ है वो सेना का ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर है.
सेना के अधिकारी के मुताबिक इस दुर्घटना में पायलटों को चोटें आई हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं. सेना के अधिकारी ने कहा, ज्यादा जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है.
जम्मू कश्मीर में नहीं है पहली घटना
जम्मू कश्मीर में हुई हेलीकॉप्टर क्रैश की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी हवा में उड़ते हुए इन ताबूतों ने देश के वीर जवानों और अफसरों के प्राण लीले हैं. मार्च की शुरूआत में ही, अरुणाचल प्रदेश में मंडला पहाड़ी क्षेत्र के पास भारतीय सेना के एक एविएशन चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसके दो पायलट की मौत हो गई थी.
दुर्घटना के बाद भारतीय सेना, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया था. अधिकारियों के मुताबिक, सेना का चीता हेलिकॉप्टर ऑपरेशनल सॉर्टी पर था, तभी उसका एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूट गया. सेना का कहना है कि वह इस दुर्घटना के पीछे हुए तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही है. लेकिन इसको लेकर सवाल खड़े होते हैं कि आखिर वो कौन सी तकनीकि खामियां हैं जिनकी वजह से ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं.
इससे पहले दिसंबर 2021 में भी हेलीकॉप्टर में आई ऐसी तकनीकि खराबी के बाद देश को अपने पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य सहयोगी स्टॉफ के साथ खोना पड़ गया था. उनका हेलीकॉप्टर भी तकनीकि कारणों की वजह से क्रैश हो गया था. बावजूद इसके सेना के विमानों में सुधार नहीं दिखा है.