उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिश के मामले सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। कानपुर में रेलवे लूप लाइन के ट्रैक पर रविवार तड़के एक छोटा एलपीजी सिलिंडर मिलने के बाद गहन जांच की जा रही है। हालांकि, एटीएस अब तक इस गुत्थी को सुलझाने में नाकाम रही है कि यह कोई साजिश थी या महज शरारत। अब इस मामले में एनआईए से बड़ी उम्मीदें हैं।
Also Read: Moga Youth Hires Instagram Hitman for Rs 4,000 to Eliminate Blackmailer
कानपुर में पिछले कुछ दिनों में इस तरह का यह तीसरा मामला सामने आया है, लेकिन एटीएस और स्थानीय पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। इसी बीच, रामपुर में भी रेलवे ट्रैक पर टेलीफोन का खंभा मिलने पर जीआरपी ने दो नशेड़ियों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने खंभा चोरी करने की बात कबूल की है। उनके दावों की पुष्टि की जा रही है।
Also Read: किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ की ऑस्कर 2025 में एंट्री
पड़ोसी राज्यों में भी ऐसे मामलों के सामने आने से एनआईए और आईबी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं इन घटनाओं के पीछे किसी संगठित गिरोह या आतंकी मॉड्यूल का हाथ तो नहीं है, जो लगातार अपने आकाओं के निर्देश पर इन साजिशों को अंजाम दे रहा हो। आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि सभी प्रकरणों की जांच में कई अहम बिंदुओं पर ध्यान दिया जा रहा है और जल्द ही मामले में ठोस नतीजे सामने आने की उम्मीद है।
[…] […]
[…] […]
[…] […]
[…] […]