महाकुंभ भीड़ को ध्यान में रखते हुए, महाकुंभ मेला अब धीरे-धीरे समापन की ओर बढ़ रहा है। मेले के अंतिम सप्ताह में भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए रेलवे ने विशेष प्रबंध किए हैं। तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को संभालने के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ (यात्रियों के ठहरने के लिए स्थान) बनाए गए हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। ये इंतजाम उस समय किए गए हैं जब 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई थी।
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स्टेशनों पर ‘प्रतीक्षा क्षेत्र’ स्थापित किए गए
महाकुंभ भीड़ को ध्यान में रखते हुए, रेल मंत्रालय ने यात्रियों से सहयोग करने और सुचारू व सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए आधिकारिक दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। मंत्रालय के अनुसार, उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म के बाहर ‘होल्डिंग एरिया’ स्थापित किए गए हैं, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। यात्रियों को उनकी ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान समय पर ही प्लेटफॉर्म में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जिससे भीड़ प्रबंधन में सुधार और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस पहल के तहत उत्तर रेलवे ने गाजियाबाद, आनंद विहार, नई दिल्ली, अयोध्या धाम और बनारस में, जबकि पूर्वोत्तर रेलवे ने बनारस, सिवान, बलिया, देवरिया, छपरा और गोरखपुर में बड़े पैमाने पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाए हैं।
महाकुंभ भीड़ में 55 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके स्नान
प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 55 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की सबसे बड़ी भागीदारी मानी जा रही है। यह महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक जारी रहेगा, जो महाशिवरात्रि के दिन समाप्त होगा।
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महाकुंभ भीड़ का आंकड़ा 60 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारत के 110 करोड़ सनातन धर्म अनुयायियों में से आधे से अधिक ने अब तक डुबकी लगा ली है, और 26 फरवरी को अंतिम स्नान अनुष्ठान तक यह संख्या 60 करोड़ से अधिक पहुंचने की संभावना है। बयान में वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू और प्यू रिसर्च के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया गया है कि भारत की कुल जनसंख्या लगभग 143 करोड़ है, जिनमें से 110 करोड़ लोग सनातन धर्म का पालन करते हैं। इसमें यह दावा भी किया गया है कि त्रिवेणी संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या देश के कुल सनातन अनुयायियों का लगभग 50 प्रतिशत है।
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कुल आबादी के 38 प्रतिशत से अधिक लोगों ने लगाई डुबकी
बयान में उल्लेख किया गया है कि भारत की कुल आबादी के आधार पर देखा जाए तो देश के 38 प्रतिशत से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है। प्यू रिसर्च 2024 के अनुसार, विश्वभर में लगभग 120 करोड़ लोग सनातन धर्म का पालन करते हैं, जिसका मतलब है कि वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत से अधिक सनातनियों ने संगम में डुबकी लगाई है। बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया था। हालांकि, 14 फरवरी तक यह संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई और 17 फरवरी को 55 करोड़ तक पहुंच गई। संभावना जताई जा रही है कि यह आंकड़ा 60 करोड़ से भी ऊपर जा सकता है।
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