प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर प्रसारित होने वाले प्रोग्राम मन की बात पर एक बड़ा सर्वे हुआ है। इस सर्वे को करने वाला हरियाणा के रोहतक जिले का आईआईएम है। इस सर्वे के अनुसार 96 प्रतिशत लोगों ने यानी की 100 करोड़ लोगों ने इस कार्यक्रम के बारे में कम से कम एक बार तो जरूर सुना है।
प्रसार भारती और IIM द्वारा कराए गए एक विस्तृत अध्ययन में यह आंकड़े सामने आए हैं। इस अध्ययन के रिजल्ट को प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी और आईआईएम रोहतक के निदेशक धीरज पी. शर्मा द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस में सबके सामने पेश किया गया।
23 करोड़ लोग नियमित रूप से देखते हैं
शर्मा ने अध्ययन के निष्कर्षों के बारे में बात करते हुए आगे कहा कि 23 करोड़ लोग नियमित रूप से कार्यक्रम सुनते हैं जबकि 41 करोड़ लोग कभी-कभी दर्शकों का गठन करते हैं जो नियमित दर्शकों में परिवर्तित होने की गुंजाइश रखते हैं।
सर्वे के अनुसार, पीएम के रेडियो कार्यक्रम की लोकप्रियता के पीछे प्रमुख कारण यह है कि यह दर्शकों के साथ भावनात्मक संबंध स्थापित करता है। यह निर्णायक और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखता है। नागरिकों के साथ सीधे जुड़ता है और मार्गदर्शन भी देता है। यही वजह है कि यह कार्यक्रम इतना लोकप्रिय है।
देश प्रगति कर रहा है
मन की बात के पिछले 99 एपिसोड में लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने की कोशिश की गई है। उनमें कहा गया है कि अधिकांश श्रोता सरकार कैसे काम करती है इसको लेकर जागरूक हो गए हैं और 73 प्रतिशत आशावादी हैं और वह ये महसूस करते हैं कि देश प्रगति करेगा।
लोगों के रहन-सहन में आया सुधार
58 प्रतिशत श्रोताओं ने कहा कि उनके रहन-सहन की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, जबकि 59 प्रतिशत लोगों ने सरकार में विश्वास बढ़ने की सूचना दी है। सरकार के प्रति आम भावना का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सर्वेक्षण के अनुसार 63 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि सरकार के प्रति उनका दृष्टिकोण सकारात्मक हो गया है और 60 प्रतिशत ने राष्ट्र निर्माण के लिए काम करने में रुचि दिखाई है।