मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन के कारण, महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के 250 (एमएसआरटीसी) बस डिपो में से कम से कम 46 डिपो को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है और साथ ही, उन्होंने बताया कि एमएसआरटीसी को पिछले कुछ दिनों में लगभग 13.25 करोड़ रुपये का नुकसान भी झेलना पड़ा है।
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एमएसआरटीसी के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि विरोध प्रदर्शन के कारण अहमदनगर, औरंगाबाद, परभणी, हिंगोली, जालना, नांदेड़ और धाराशिव जिलों में बस परिचालन काफी ज्यादा प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में विरोध प्रदर्शन के दौरान 20 बसें जला दी गईं और लगभग 19 बसों को क्षतिग्रस्त किया गया है।
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एमएसआरटीसी को करोड़ों का नुकसान
अधिकारी ने कहा कि बसों के क्षतिग्रस्त होने से एमएसआरटीसी को लगभग 5.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के कारण टिकटों की बिक्री में तकरीबन 8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
यह जरूरी है कि आप जानें कि एमएसआरटीसी देश के सबसे बड़े सार्वजनिक परिवहन निगमों में से एक है, जिसमें 15,000 से अधिक बसें हैं। इस निगम में दैनिक आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, लगभग 60 लाख यात्री रोज़ाना सफर करते हैं।
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