वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वाराणसी, लखनऊ सहित देश के 131 शहरों में उठाए गए कदम अब रंग लाने लगे हैं। इनमें से करीब 95 शहरों में हवा की गुणवत्ता पिछले कुछ सालों के मुकाबले सुधरी है। इन शहरों में अब लोग ज्यादा साफ हवा में सांस ले पा रहे हैं। इस दौरान जिन शहरों में हवा की गुणवत्ता सबसे बेहतर हुई है, उनमें वाराणसी पहले नंबर पर है, जहां वर्ष 2017 के मुकाबले वायु गुणवत्ता में औसतन करीब 50 प्रतिशत तक सुधार हुआ है। इसके अलावा लखनऊ व पुणे जैसे शहरों में भी वायु की गुणवत्ता काफी बेहतर हुई है।
स्वच्छ वायु दिवस पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट
स्वच्छ वायु दिवस पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार को लेकर बुधवार को एक रिपोर्ट जारी की। इन सभी शहरों में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत हवा को साफ करने की मुहिम शुरू की गई है। इसके तहत इनमें प्रदूषण के स्तर को मापने के लिए नए स्टेशन बनाए गए हैं। वहीं जिन कारणों से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा था उस पर रोकथाम के जरूरी उपाय किए गए। आठ शहरों में किए गए उपायों पर पुस्तिका जारी
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को स्वच्छ वायु दिवस के मौके पर कहा कि वायु प्रदूषण एक बड़ी चुनौती है। यह अच्छी बात है कि राज्यों में इसे लेकर जागरूकता बढ़ी और सुधार हो रहा है, लेकिन इससे निपटने के लिए सभी को आगे आना होगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री ने इस दौरान वायु प्रदूषण से निपटने में देश के करीब आठ शहरों के बेहतर प्रयासों को सराहा और उन पर एक पुस्तिका भी लांच की। इन शहरों में वाराणसी, लखनऊ, श्रीनगर, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, अकोला और थुटूकुडी शहर शामिल हैं।