बीजेपी (BJP) उत्तर प्रदेश में होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव (Local Body Elections) को लेकर बड़ी तैयारी करने जा रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी सभी 17 नगर निगमों में पसमांदा मुसलमानों (Pasmanda Muslims) का सम्मेलन कराने जा रही है. बीजेपी पसमांदा मुस्लिम समाज को पार्टी के साथ जोड़ने की रणनीति को लेकर बैठक करेगी.
बीजेपी का मानना है कि उपचुनाव में रामपुर और खतौली में उसे मुस्लिम समाज का वोट मिला है. स्थानीय चुनाव में बीजेपी पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को उम्मीदवार भी बना सकती है. बीते दिनों भी बीजेपी ने पसमांदा मुसलमानों का सम्मेलन कराया था. इसके बाद विपक्ष ने कहा था कि 2024 में मुसलमानों का वोट लेने के लिए बीजेपी ऐसा कर रही है. बीजेपी ने इसे मुसलमानों के जीवन-स्तर को ऊंचा उठाने की कोशिश से जोड़ा था. वहीं, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक शैफी ने कहा था कि यह सम्मेलन बीजेपी नहीं करा रही बल्कि पसमांदा समाज कार्यक्रम आयोजित कर बीजेपी नेताओं को उसमें आने का न्योता देकर उन्हें सम्मानित कर रही है.
यूपी के नगर निगम और पसमांदा मुसलमानों की आबादी
वहीं, यूपी के नगर निगमों में पसमांदा मुसलमानों की आबादी की बात करें तो मुरादाबाद में 47 प्रतिशत , सहारनपुर 42, बरेली 35, मेरठ 34, गाजियाबाद 25, लखनऊ 21, अलीगढ़ 20, शाहजहांपुर 18, कानपुर 16, अयोध्या 15, वाराणसी 15, प्रयागराज 13, फिरोजाबाद 13, मथुरा 9, आगरा 9 , गोरखपुर में 9 और झांसी में 7 प्रतिशत आबादी पसमांदा मुसलमानों की है. पार्टियां जहां चुनाव की तैयारी कर रही हैं वहीं लाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने प्रदेश के नगर निकाय चुनावों की अधिसूचना लगाई गई रोक को बुधवार तक जारी रखने के आदेश दिए हैं.