यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) इंजीनियर एंट्रेंस और मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (CUET) में मर्ज करने की तैयारी कर रहा है। दरअसल यूजीसी के चैयमैन एम जगदीश कुमार ने कहा है कि सरकार राष्ट्रीय इंजीनियरिंग (JEE) और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं (NEET) को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET में मर्ज करन की की संभावना तलाश रही है।
कुमार ने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 में “वन नेशन, वन एंट्रेंस” की परिकल्पना की गई है। ऐसा होने पर यह कॉलेज में दाखिले के लिए कई प्रवेश परीक्षाओं में छात्रों के बोझ को कम करेगा।
उन्होंने कहा, “हमारे पास तीन प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं यानी NEET, JEE (Main) और CUET और इन प्रवेशों के लिए बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित होते हैं। इन सभी परीक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। इसलिए, हम सोच रहे हैं कि क्यों न कई विषयों में प्रवेश के लिए अकेले CUET स्कोर का उपयोग किया जाए, ”
NEET का आयोजन MBBS और BDS सहित मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए आयोजित की जाती है
कुमार ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इंटीग्रेटेड प्रवेश परीक्षा शुरू करने की संभावना तलाश रही है। बता दें, नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का आयोजन MBBS और BDS सहित मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए आयोजित की जाती है।
ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन (JEE MAIN) का आयोजन NIIT, IIIT और फंडेड टेक्निकल कॉलेजों सहित विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिले के लिए किया जाता है। वहीं JEE एडवांस्ड परीक्षा का आयोजन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में दाखिले के लिए किया जाता है।
यूजीसी अध्यक्ष ने कहा, “NEET के लिए बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री की आवश्यकता है। JEE के लिए मैथेमेटिक्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री की आवश्यकता है। ये सभी विषय पहले से ही CUET में हैं। इसलिए, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए प्रवेश के लिए CUET स्कोर का उपयोग करना कोई मुद्दा नहीं होगा, ”
कुमार ने कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन और यूजीसी ने स्टेकहोल्डर्स को तैयार करने के लिए पहले से चर्चा शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “हम परीक्षा से कुछ महीने पहले अचानक कुछ भी घोषणा नहीं करना चाहते हैं।”