बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के पटना और दिल्ली समेत 17 ठिकानों पर CBI ने छापेमारी की है। रेलवे भर्ती बोर्ड में हुई गड़बड़ी के मामले में ये कार्रवाई हुई है। लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित जगहों पर ये छापेमारी की जा रही है।
इधर, पटना में CBI की कार्रवाई के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
राजद कार्यकताओं ने छापे को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसे धरना और प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
छापे के दौरान अफसरों ने लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप को पेड़ के नीचे बैठा दिया गया है।
राबड़ी आवास पर CBI की 8 सदस्यीय टीम
पटना में CBI की 8 सदस्यीय टीम 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर पहुंची।
टीम में महिला और पुरुष अधिकारी दोनों ही शामिल हैं।
इस दौरान आवास में किसी को भी आने-जाने से रोक दिया गया है।
टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है। पूर्व CM और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की भी खबर है।
जाॅब के बदले जमीन ली गई
दरअसल, ये मामला रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब लालू रेलमंत्री थे, उस दौरान जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे।
CBI ने इसी मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ नया केस दर्ज किया है।
राजद कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
इधर, कार्रवाई की जानकारी मिलते ही राबड़ी आवास के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई है।
कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये सत्ता का दुरुपयोग है।
विधान परिषद में मिली सफलता से BJP डर गई है। इसके चलते ये छापेमारी की गई है।