15 राज्यों की 57 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव का नामांकन शुरू हो गया है। भाजपा, कांग्रेस समेत सभी दल कैंडिडेट सिलेक्शन को लेकर लगातार मंथन करने में जुटे हैं।
उच्च सदन जाने के इच्छुक दावेदार भी लगातार लॉबिंग कर रहे हैं।
ताकि एक टिकट उन्हें भी मिल जाए, लेकिन सबकी किस्मत पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल जैसी कहां?
कपिल सिब्बल वर्तमान में UP से कांग्रेस कोटे से सांसद हैं, मगर इस बार UP में पार्टी के पास इतने विधायक नहीं हैं, जो उन्हें फिर से राज्यसभा भेजें ।
इतना ही नहीं पिछले दिनों सिब्बल कांग्रेस हाईकमान खासकर राहुल गांधी पर सवाल उठा चुके हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें शायद ही राज्यसभा भेजे।
लचस्प बात है कि कांग्रेस में जहां सिब्बल के टिकट पर सस्पेंस बरकरार है।
वहीं 3 विपक्षी पार्टियां उन्हें अपने कोटे से राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश से सपा, बिहार से राजद और झारखंड से झामुमो सिब्बल को राज्यसभा भेजने का मूड बना चुकी है।
हालांकि, सिब्बल किस पार्टी से राज्यसभा जाएंगे, इस पर उन्होंने फैसला नहीं किया है।
सिब्बल नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल की कर रहे पैरवी
कपिल सिब्बल 2004 से लेकर 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे।
सिब्बल वीपी सिंह की सरकार में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी रह चुके हैं।
वहीं 2016 में कांग्रेस ने उन्हें UP से राज्यसभा भेजा था। सोनिया-राहुल गांधी पर चल रहे नेशनल हेराल्ड केस में पैरवी भी कर रहे हैं । नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल समेत 5 नेताओं पर आरोप है कि हेराल्ड की संपत्तियों का अवैध ढंग से इस्तेमाल किया, जिसमें दिल्ली का हेराल्ड हाउस और अन्य संपत्तियां शामिल हैं । इस मामले में सोनिया-राहुल जमानत पर हैं।
इससे पहले 2016 में लालू यादव वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी को भी राज्यसभा भेज चुके हैं।