BJP के दो नेताओं ने रातोंरात कर दिया था खेल,कांग्रेस-AAP इस बार किलेबंदी ऐसी कि लाखों-करोड़ों का लालच भी तोड़ नहीं पाएगा
पहली घटना
गोवा : साल 2017
विधानसभा की 40 में से 17 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन सरकार 13 सीटें जीतने वाली भाजपा ने बनाई।
तब भाजपा के दो दिग्गज नेताओं ने गोवा पहुंचकर रातभर में पूरा खेल बदल दिया था।
भाजपा ने इंडिपेंडेंट विधायकों और क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली।
2022 चुनाव के पहले कांग्रेस के 17 में से महज 2 विधायक ही पार्टी में रह गए थे।
15 भाजपा में शामिल हो गए।
दूसरी घटना
मणिपुर : साल 2017
विधानसभा की 60 में से 28 सीटें जीतकर यहां भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी ।
लेकिन सरकार 21 सीटें जीतने वाली भाजपा ने बनाई।
पार्टी ने नेशनल पीपल्स पार्टी (4), नगा पीपल्स फ्रंट (4), लोजपा (1) और दो अन्य विधायकों की मदद से सरकार बनाई।
विधानसभा में अभी 28 में से कांग्रेस के सिर्फ 15 विधायक रह गए हैं।
बाकी ने पार्टी छोड़ दी। अधिकतर भाजपा में ही गए।
राज्य- गोवा
कांग्रेस ने क्या किया : 22 जनवरी को सभी कैंडीडेट्स को मंदिर, मस्जिद और चर्च ले जाया गया और वहां भगवान, अल्लाह और यीशु मसीह के सामने शपथ दिलवाई गई कि चुनाव में जीतने के बाद वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
गोवा में पार्टी के सीनियर ऑब्जर्वर पी चिदंबरम के सामने विधायकों ने शपथ ली कि हम किसी भी हाल में कांग्रेस को नहीं छोड़ेंगे।
AAP ने क्या किया : इस मामले में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी कांग्रेस से भी ज्यादा अलर्ट है।
2 फरवरी को केजरीवाल खुद गोवा पहुंचे थे और उन्होंने सभी कैंडीडेट्स से एफिडेविड साइन करवाया ।
जिसमें यह लिखा है कि नतीजों के बाद वे दूसरी पार्टी ज्वॉइन नहीं करेंगे।