झारखंड के नए मुख्यमंत्री बनने के लिए चयनित चंपई सोरेन ने शुक्रवार को अपनी शपथ ग्रहण करने का निर्णय लिया है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बीते दिन झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया था। विधायक आलमगीर आलम ने बताया कि आगामी 10 दिनों में हमें सदन में बहुमत प्राप्त करना होगा। चंपई के पास दावा है कि उनके पास 43 विधायकों का समर्थन है, जो सरकार बनाने के लिए काफी है। चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सभी विधायकों के समर्थन का वीडियो भी प्रस्तुत किया था।
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झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन की सत्ता संजीवनी: भाजपा का आरोप
इस बीच भाजपा ने मामले में सवाल उठाए हैं। पार्टी का कहना है कि जिस समर्थन के सहारे सरकार बनाने का दावा चंपई कर रहे हैं, उससे जुड़ी चिट्ठी, जिस पर उनकी पार्टी केअध्यक्ष के हस्ताक्षर हों, राज्यपाल को नहीं सौंपी गई है। झारखंड भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि दो दिनों से झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल और केंद्रीय नेताओं के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। कल जब पहला लेटर दिया गया तो उसमें भी तकनीकि त्रुटियां थीं। हम यही उम्मीद करते हैं कि झारखंड में जो हेमंत सोरेन का 4 वर्षों का काला अध्याय रहा है वो दोहराया ना जाए। एक बात स्पष्ट है कि चंपई सोरेन भले ही मुख्यमंत्री बन गए हों लेकिन सत्ता के तार सोरेन परिवार के पास ही होंगे।
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