बीजेपी नेता जयंत सिन्हा ने यह कहा है कि सरकार का ‘श्वेत पत्र’ देश की “खराब आर्थिक स्थिति” को प्रकट करेगा. दिखाएगा कि यूपीए के सत्ता से जाने के बाद बीजेपी सरकार ने कैसे बदलाव किया. केंद्र की मोदी सरकार अपने पिछले 10 साल के परफॉर्मेंस को लेकर ‘श्वेत पत्र’ लाने का एलान कर रही है. इसके खिलाफ, कांग्रेस ब्लैक पेपर लाने की तैयारी में है, जिसका मुकाबला बीजेपी के श्वेत पत्र से करना है. कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से जल्द ही ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया जाएगा. जिसका उद्देश्य बीजेपी सरकार के कार्यक्षेत्र की आलोचना करना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अपने बजट भाषण में घोषणा की है कि सरकार संसद के दोनों सदनों में ‘श्वेत पत्र’ पेश करेगी .
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यूपीए सरकारों के खिलाफ ‘झूठी बातें’ फैलाने का आरोप
अंतिम बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी. विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चर्चा किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, जो बुधवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर रहे थे. उन्होंने पीएम मोदी पर पिछली यूपीए सरकारों के खिलाफ “अनगिनत झूठी बातें” कहने का आरोप लगाया. मौजूदा सरकार के समय में बेरोजगारी दर में वृद्धि, औसत जीडीपी विकास दर में गिरावट.
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श्वेत पत्र से “खराब आर्थिक स्थिति” होगी उजागर-BJP
इस बीच, बीजेपी नेता जयंत सिन्हा ने कहा कि सरकार का ‘श्वेत पत्र’ देश की “खराब आर्थिक स्थिति” को उजागर करेगा. दिखाएगा कि यूपीए के सत्ता से जाने के बाद बीजेपी सरकार ने कैसे बदलाव किया. लोकसभा में अंतरिम बजट पर बहस में हिस्सा लेने से पहले जयंत सिन्हा ने कहा कि जब 2013 में यूपीए सत्ता में थी. तब भारत वैश्विक स्तर पर ‘नाजुक पांच’ अर्थव्यवस्थाओं में से एक था. बीजेपी नेता ने कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि धीमी होकर 5 प्रतिशत पर आ गई थी.
इन्फ्लेश 10 प्रतिशत तक बढ़ या था. बैंकों का एनपीए 10 प्रतिशत तक बढ़ गया था. देश देश पेमेंट क्राइसिस से जूझ रहा था, लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद इस स्थिति में बदलाव हुआ. जयतं सिन्हा ने कहा कि श्वेत पत्र में, हम स्पष्ट करेंगे कि अर्थव्यवस्था की स्थिति (2014 से पहले) क्या थी…और हम आर्थिक समस्याओं से कैसे निपटे हैं.
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