लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई वाले INDIA अलायंस को 232 सीटें मिली. राहुल गांधी को 99 सीटें मिली थीं. ये लोकसभा की कुल संख्या का 18% हैं. ऐसे में साफ है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद कांग्रेस को ही ऑफर किया जाएगा. लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में तीसरी बार NDA सरकार का गठन हो चुका है. नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन चुके हैं. 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होकर 3 जुलाई को समाप्त होगा.
9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान लोकसभा स्पीकर का चुनाव किया जाएगा और नए सांसद शपथ लेंगे. इसी दौरान संसद को लीडर ऑफ अपोजिशन यानी नेता प्रतिपक्ष भी मिलेगा. ये पद पिछले 10 साल से खाली पड़ा है. आखिरी बार सुषमा स्वराज 2009 से 2014 तक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष थीं. लेकिन 2014 और 2019 के चुनावों में किसी भी विपक्षी दल के 54 सांसद नहीं जीते.
Also Read : Sonakshi Sinha spends time with Zaheer Iqbal and his family amid wedding rumours
राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया था
नियमों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए लोकसभा की कुल संख्या का 10% यानी 54 सांसद होना जरूरी है. इस बार कांग्रेस को ये पद दिया जाएगा. पहले ऐसी अटकलें थी कि राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हो सकते हैं. लेकिन सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने यह पद अस्वीकार कर दिया है. ऐसे में कांग्रेस की तरफ से 3 नाम सामने आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई वाले INDIA अलायंस को 232 सीटें मिली. कांग्रेस को 99 सीटें मिली थीं.
Also Read : Nagpur: 2 Army Jawans Die, 7 Injured As Speeding Bus Rams Auto-Rickshaw
2019 में लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया था. इसके बाद तमाम कोशिशें की गईं, लेकिन राहुल नहीं मानें. आखिरकार मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए. सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने कोई भी पद लेने से परहेज किया है. INDIA अलायंस में सहयोगियों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने में मदद मिलेगी.
Also Read : BJP appoints Bhupender Yadav as incharge for Maharashtra polls
[…] […]