बालासाहेब थोरात ने कल से पहले मल्लिकार्जुन को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति के साथ अपनी असहमति के बारे में बताया था। उन्होंने इस व्यक्ति पर उन्हें कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका लगा है। राज्य विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसा उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले से अनबन के बाद किया। एक दिन पहले उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर इसकी वजह बताई थी। थोराट ने पटोले पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि इस स्थिति में वह काम नहीं कर पाएंगे.
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि थोराट के करीबीयों ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष को भेजे गए अपने पत्र के साथ इस्तीफा पार्टी नेतृत्व को भेज दिया है। थोराट ने कहा कि वह हाल ही में हुए नासिक विधान परिषद के चुनाव के सिलसिले में पार्टी के अंदर हुई राजनीति से परेशान थे। नासिक विधान परिषद के चुनाव में सत्यजीत तांबे निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते थे। सत्यजीत तांबे और थोराट रिश्तेदार हैं। उस समय तांबे ने कांग्रेस पर उनके परिवार और बालासाहेब थोराट को बदनाम करने का आरोप भी लगाया था।
थोराट ने कहा कि वह दुखी हैं क्योंकि उन्हें अपने परिवार की याद आती है :
थोराट ने कहा कि पटोले उनसे काफी नाराज हैं और उनके साथ काम करना मुश्किल होगा। थोराट ने यह भी कहा कि जब राज्य के बारे में निर्णय लिए जाते हैं तो उनसे सलाह नहीं ली जाती है और ताम्बे प्रतियोगिता में अहमदनगर के कुछ नेताओं को उनके कार्यों के लिए दंडित किया गया है। पटोले ने 26 जनवरी को कांग्रेस की जिला समिति को यह आरोप लगाते हुए भंग कर दिया कि पार्टी के सदस्य पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं।
नाना पटोले ने भी दी प्रतिक्रिया :
उधर, नाना पटोले ने भी थोराट के पत्र को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उनके पास फिलहाल थोराट के पत्र की कोई जानकारी नहीं है। पटोले ने कहा कि उनके पास इस्तीफे को लेकर कोई पत्र नहीं आया है।