यूपी के सीएम के तौर पर दूसरी पारी शुरू करने के सुशासन मंत्र बाद योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों पहली बार अपने दोनों डिप्टी सीएम के साथ दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की। योगी ने पीएम के सामने यूपी के विकास का एजेंडा रखा, तो मोदी ने सुशासन से जुड़े अहम सुझाव भी दिए। जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं पेजयल, ग्राम विकास आदि पर खास तौर पर फोकस करने को कहा। इस दौरान लोकसभा चुनाव 2024 से जुड़ी तैयारियों के अलावा यूपी में सुशासन का मंत्र दिया। मोदी की मॉनिटरिंग और गाइडेंस में ही यूपी सरकार आगे काम करेगी और लोकसभा चुनाव पर फोकस रहेगा।
आइए बताते हैं यूपी को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी ने किन मुद्दों पर मंथन किया…
सुशासन मंत्र :इन्वेस्टर मीट, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर फोकस
यूपी सरकार आने वाले दिनों में 75 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टर मीट करने जा रही है। पिछले कार्यकाल में इसके तहत 4.68 लाख करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल प्राप्त हुए।
दावा है कि तीन लाख करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में नए प्रोजेक्ट लाने के लिए अगले दो से तीन महीने के भीतर नए निवेश पर फोकस किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में भी पीएम मोदी के भी शामिल होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली को चित्रकूट से जोड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। इस पर 90 फीसदी काम हो चुका है।
यह यूपी का मेगा प्रोजेक्ट है, जिसका लोकार्पण पीएम मोदी के हाथों होने की संभावना है। 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे सात जिलों से होकर गुजरेगा और चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा।
सुशासन मंत्र :दौरे पर योगी ठहरते हैं गेस्टहाउस में, पीएम ने कहा- सभी मंत्री ऐसा ही करें
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों पीएम से सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम की मुलाकात हुई थी। इस दौरान पीएम ने सीएम योगी से पूछा कि जब आप राज्य में दौरे पर रहते है तो कहां ठहरते हैं।
इस पर योगी ने कहा कि मैं तो मंदिर, मठ या सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरता हूं। इस पर पीएम ने सुझाव दिया कि यह व्यवस्था सभी मंत्रियों पर लागू होनी चाहिए।
पीएम के सुझाव के बाद यूपी सरकार ने तत्काल प्रभाव से सभी मंत्रियों के लिए यह आदेश जारी कर दिया। अब मंत्री सरकारी पैसे पर बड़े होटलों में नहीं ठहरेंगे।
इसी तरह मंत्रियों को नए स्टाफ का भी सुझाव दिया गया। इस व्यवस्था को भी पिछले महीने ही यूपी
में लागू कर दिया गया। हालांकि कुछ मंत्रियों की ओर से पुराने स्टाफ की मांग की जा रही थी
लेकिन राज्य सरकार की ओर से उनकी मांग को नहीं माना गया। इसके जरिये सियासी संदेश देने की कोशिश
हो रही है कि सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सेटिंग गेटिंग का खेल
पूरी तरह खत्म किया जाएगा।
यूपी में योगी को फ्री हैंड
सुशासन को मजबूत करने के लिए सीएम योगी का नेतृत्व प्रभावी रहेगा। इस दिशा में उन्हें कदम-कदम
पर पीएम मोदी का साथ मिलता रहेगा, जिस तरह से विधानसभा चुनाव में मिला। मोदी ने योगी के
नेतृत्व को स्थापित करने का कार्य किया। बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि
यूपी में योगी के नेतृत्व में ही सभी मंत्रियों को काम करना होगा। इसमें किसी डिप्टी सीएम या मंत्री
को शंका या संदेह नहीं होना चाहिए।
यूपी संगठन में बदलाव की चर्चा
बीजेपी के संगठन में भी बदलाव की चर्चा है। लंबे समय से प्रभावशाली पद पर रहने वाले कुछ बड़े
नेताओं को दूसरे राज्य में भी भेजने की एक्सरसाइज चल रही है, ताकि सीएम योगी के कामकाज में दखलंदाजी
बंद हो सके। हालांकि इसमें कुछ वक्त लग सकता है।
पीएम मोदी ने सेट किया नया ट्रेंड
पीएम मोदी ने एक नया ट्रेंड सेट किया है। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के
पहले से ठीक पहले वह प्रदेश में 17 दौरे कर चुके थे, जिसमें शिलान्यास, लोकार्पण से लेकर तमाम
कार्यक्रम तक शामिल थे। लेकिन चुनाव बाद पीएम की ऐसी सक्रियता कम होने वाली नहीं है। आगे भी
पीएम पूरी तरह यूपी पर फोकस किए हुए है, जिससे हर हाल में यूपी में सरकार और संगठन की
पकड़ मजबूत बनी रहे।