पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. कूचबिहार के साहेबगंज में टीएमसी और बीजेपी आमने सामने हैं. खबर है कि कूचबिहार में केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक (Nisith Pramanik) की काफिले पर तीर से हमला हुआ है. इसको लेकर इलाके में तनाव का माहौल हो गया है. केंद्रीय मंत्री ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है. बीजेपी का कहना है कि पुलिस भी टीएमसी कार्यकर्ताओं की मदद कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, दिनहाटा के ब्लॉक 2 स्थित साहेबगंज BDO कार्यालय में शनिवार दोपहर नामांकन पत्र की जांच चल रही थी. इसी दौरान उत्तर बंगाल के विकास मंत्री और दिनहाटा से विधायक गुहा बीडीओ दफ्तर पर कथित हमला करने के बाद वहां पहुंच गए. इसकी खबर जैसे ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक को लगी वह भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ बीडीओ दफ्तर पहुंचे गए. उनके पहुंचते ही हालात खराब हो गए. टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओ में भिड़त हो गई. हालात इतने खराब हुए की पुलिस को लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा.
केंद्रीय मंत्री का आरोप है कि हमले के दौरान मेरी गाड़ी पर तीर चलाए गए. मुझपर हमला किया गया. बंगाल में इस समय एक डरावनी स्थिति है. पुलिस प्रशासन की भूमिका बेहद निंदनीय है. पुलिस टीएमसी कार्यकर्ताओं का समर्थन करती नजर आई. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उनके कापिले को निशाना बनाया. इतना ही नहीं काफिले की गाड़ियों पर बम भी फेंके गए.
हालांकि, टीएमसी ने सभी आरोपों का खंड़न किया है. तृणमूल नेता रवींद्रनाथ घोष ने केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी बेबुनियाद आरोप लगा रही है. उन्होंने इसके बजाय भाजपा पर अशांति फैलाने का आरोप लगाया है.