मैनपुरी उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के बाद अब बीजेपी भी चुनाव आयोग पहुंच गई है. बीजेपी की ओर से लिखी चिट्ठी में संवेदनशील बूथों पर बूथ कैप्चरिंग रोकने के लिए अराजक तत्वों को पकड़ने की मांग की गई है. पत्र में ये भी शिकायत की गई है कि चुनाव आचार संहिता का समाजवादी पार्टी उल्लंघन कर रही है.
बीजेपी की ओर से लिखी चिट्ठी में संवेदनशील बूथों पर बूथ कैप्चरिंग रोकने के लिए अराजक तत्वों को पकड़ने की मांग की गई है. पत्र में ये भी शिकायत की गई चुनाव आचार संहिता का समाजवादी पार्टी उल्लंघन कर रही है. कुर्रा के जरिया में सपा समर्थक सुरेंद्र यादव द्वारा नकद पैसा बांटने की शिकायत भी बीजेपी ने की है. साथ ही शराब बांटने की शिकायत भी की गई है.
बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया है कि आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए वोटरों को साड़ियां और बच्चों को स्वेटर बांटे गए. साथ ही साइकिल के पक्ष में वोट डालने के लिए जसवंतनगर, करहल और किशनी में डराया धमकाया का रहा है. इससे पहले सपा ने सरकारी तंत्र की भूमिका पर सवाल उठाते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने चुनाव आयोग पहुंचकर ज्ञापन दिया और सरकारी तंत्र पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.
यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा उपचुनाव की घोषणा के बाद से ही लगातार अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठाती रही है. सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने इसे लेकर अब चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. राम गोपाल यादव ने निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील की है.
सपा का आरोप था कि स्थानीय प्रशासन लोगों पर सत्तारुढ़ दल के उम्मीदवार को ही वोट देने का दबाव बना रहा है. इसे लेकर सपा नेताओं के एक डेलिगेशन ने 27 नवंबर को यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी यानी सीईओ से भी मुलाकात की थी. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सपा के डेलिगेशन ने प्रशासनिक अधिकारियों की शिकायत करते हुए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की थी. सपा नेताओं का कहना है कि मैनपुरी में डीएम और एसएसपी जिला पंचायत सदस्यों, ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों और बीडीसी सदस्यों पर बीजेपी का समर्थन करने के लिए अनुचित दबाव बना रहे हैं.