सत्ता में शानदार वापसी के बाद योगी आदित्यनाथ आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। योगी के साथ 45 मंत्री भी शपथ लेंगे। इसमें 22 पुराने मंत्री रिपीट होंगे जबकि 23 नए चेहरों को मौका दिया जाना तय है। दो डिप्टी सीएम बनेंगे। पहला नाम केशव मौर्य का तय है। जबकि दूसरे के लिए स्वतंत्र देव सिंह, एके शर्मा और बेबीरानी मौर्य का नाम सबसे आगे चल रहा है। सिर्फ यही नहीं, 3 पूर्व IPS-IAS को भी कैबिनेट में शामिल किया जाना है। हालांकि, भाजपा ने मंत्रियों के नाम और संख्या को लेकर अब तक कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी है।
योगी मंत्रिमंडल में अधिकतम संख्या 60 है। इसलिए इस बार का मंत्रिमंडल छोटा ही रखा गया है। ताकि, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जरूरत के मुताबिक जातीय समीकरण को दोबारा सेट किया जा सके। इस बार योगी कैबिनेट को केंद्र की मोदी सरकार की तर्ज पर प्रोफेशनल टच दिया गया है।
योगी कैबिनेट में अधिकतम संख्या 60 है
ऐसे विधायकों के नाम मंत्रिपद के लिए फाइनल किए गए हैं|
जिनके पास जातिगत समीकरण और प्रोफेशनल काबिलियत है।
बकायदा इसके लिए हाईकमान स्तर पर बायोडेटा की स्क्रीनिंग की गई है।
एक कारण ये भी रहा है कि रिजल्ट आने के बाद शपथ ग्रहण में 15 दिन का वक्त लग गया।
यह पूरी एक्सरसाइज 2024 में UP की लोकसभा सीटों को फतेह करने के मकसद से की गई है।
योगी की पहली सरकार में 60 मंत्री थे।
चुनाव से ठीक पहले 3 मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान ने पार्टी छोड़ दी थी।
कई मंत्रियों का टिकट कटने के बाद 42 मंत्रियों को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतरा था।
इसमें से 11 चुनाव हार गए।
योगी 2.0 में 22 पुराने मंत्रियों को ही रिपीट किए जाने की बात है।
परफॉर्मेंस, उम्र, जातीय-क्षेत्रीय समीकरण में फिट होने वाले पुराने मंत्रियों को ही दोबारा मौका दिया गया है।