मंगलवार को संसद में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। जहां पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हर लेवल पर एकता और लचीलेपन पर जोर दिया। पार्टी से खफा चल रहे नेताओं को भी सोनिया ने इशारा दिया कि वे जल्द ही कई बदलाव करने वाली हैं।
वहीं दूसरी ओर वर्किंग कमेटी की मीटिंग को भी बुलाने की बात कही।
G-23 के बागी नेताओं को दिया इशारा
मीटिंग में सोनिया ने कहा, “मैं अच्छी तरह से जानती हूं कि हाल के चुनाव परिणामों से आप कितने निराश हैं।
वे चौंकाने वाले और दर्दनाक दोनों रहे हैं।” कांग्रेस को दोबारा जिंदा करने के लिए कड़े फैसले लेने की मांग कर रहे 23 असंतुष्ट नेताओं के समूह G-23 से कहा कि उन्हें पार्टी को मजबूत करने के बारे में कई सुझाव मिले हैं और वह इस पर काम कर रही हैं।
चिंतन शिविर लगाएगी कांग्रेस
पिछले महीने 5 राज्यों में चुनाव नतीजों में बुरी तरह हारने के बाद भी CWC की मीटिंग हुई थी।
जिसके बाद चिंतन शिविर रखने की बात सामने आई है।
सोनिया का मानना है कि यही वह जगह है जहां बड़ी संख्या में पार्टी के लोगों के विचार सुने जाएंगे।
साथ ही ये भी बताएंगे कि हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें कैसे पूरा किया जाए।
आगे की राह और मुश्किल होने वाली है।
लेकिन हमें केवल हमारे लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए और समाज के लिए भी दोबारा से अपने पुराने स्वरूप में आना बेहद जरूरी है।
इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी भी मौजूद थे।
सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘आगे रास्ता और भी चुनौतीपूर्ण है। हमारे समर्पण, लचीलेपन और प्रतिबद्धता की परीक्षा है।
हमारे व्यापक संगठन के हर स्तर पर एकजुटता जरूरी है।
इसे सुनिश्चित करने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।