भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला मंगलवार को केपटाउन के न्यूलैंड्स ग्राउंड पर शुरू हो रहा है। पहले दो टेस्ट मैचों में ज्यादातर गेंदबाजों का दबदबा रहा था। केपटाउन में हम ज्यादा रन बनते हुए देख सकते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां की पिच साउथ अफ्रीका में के अन्य स्टेडियमों की पिचों की तुलना में बल्लेबाजी के लिए ज्यादा मुफीद होती है।
हालांकि, यह देखना होगा कि मेजबान टीम के कप्तान डीन एल्गर कैसी पिच चाहते हैं। मेजबान टीम के पास यह अधिकार होता है कि वह पिच को अपनी टीम के स्ट्रेंथ के मुताबिक तैयार करवा सके।
केपटाउन:नंबर 3-4-5 पर फिर रहेगी नजर
भारतीय फैंस की नजरें एक बार फिर टीम के बैटिंग ऑर्डर में नंबर-3, 4 और 5 पर आने वाले बल्लेबाजों पर होगी। उम्मीद की जा रही है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को इस मैच में भी मौका मिलेगा। वहीं, कप्तान विराट कोहली चोट से उबर कर वापसी कर रहे हैं। रहाणे और पुजारा ने जोहान्सबर्ग टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में हाफ सेंचुरी जमाई थी, लेकिन पिछले दो साल से ये दोनों ही बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल पाए हैं। विराट का भी यही हाल है। उन्होंने 2019 के बाद से कोई शतक नहीं जमाया है।
स्पिनर्स को भी मिल सकती है मदद
सेंचुरियन और जोहान्सबर्ग में खेले गए पहले दो टेस्ट मैचों में तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा था इस टेस्ट मे
स्पिनर्स भी अहम भूमिका निभा सकते हैं केपटाउन में 2020 के बाद से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 130 विकेट तेज.
गेंदबाजों ने लिए हैं वहीं 85 विकेट स्पिनर्स ने लिए हैं भले ही तेज गेंदबाज ज्यादा विकेट लें लेकिन यहां
स्पिनर्स के रोल से इनकार नहीं किया जा सकता है।
रबाडा खेलेंगे करियर का 50वां टेस्ट
अपनी उछाल वाली गेंदों से दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाज टेस्ट करियर का 50वां.
मुकाबला खेलने उतरेंगे वे अब तक 226 विकेटों के साथ क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में साउथ अफ्रीका के सातवें .
सबसे सफल गेंदबाज है.