नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के 2019 सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 18 दिसंबर को जयपुर में होगी। आइपीएल की आठ टीमों के लिए सिर्फ 70 स्थान खाली हैं जिसमें 50 भारतीय खिलाड़ियों और 20 विदेशी खिलाड़ियों की नीलामी होनी है। इसके साथ ही साथ इस तरह की भी खबरें हैं कि आइपीएल का अगला सत्र संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) या दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है। इसकी वजह है अगले साल भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव।
यूएई में हो सकता है आइपीएल
अभी बीसीसीआइ ने अगले साल होने वाले आइपीएल का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है। अगले साल भारत में लोकसभा चुनाव होने हैं और इसके कारण आइपीएल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) या दक्षिण अफ्रीका में से कही कराने की बात हो रही है। 2014 में लोकसभा चुनाव के कारण आइपीएल दो चरण में आयोजित हुआ था। इसके आधे मुकाबले यूएई में और आधे भारत में हुए थे। 2009 में आइपीएल दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। मई में विश्व कप शुरू हो जाएगा और इसलिए आइपीएल मार्च के आखिर में शुरू होकर मई के दूसरे सप्ताह तक हो सकती है। हालांकि अभी कार्यक्रम तय होना बाकी है।
एक दिन की होगी नीलामी
बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इस बार की नीलामी छोटी होगी और यह एक दिन में ही निपट जाएगी। यही कारण है कि इस बार सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम रखा गया है। हालांकि अभी बीसीसीआइ ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
नीलामी से एक दिन पहले सभी आठों फ्रेंचाइजियों को पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। आठों फ्रेंचाइजी मिलकर 145.25 करोड़ रुपये खर्च कर सकती हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के पास सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ियों को खरीदने की जगह है जबकि किंग्स इलेवन सबसे ज्यादा 15 खिलाड़ियों को खरीद सकता है। इसमें 11 भारतीय और चार विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। उसने इस बार सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को रिलीज किया है जबकि सीएसके ने सबसे कम खिलाड़ियों को रिलीज किया है। आठों फ्रेंचाइजियों ने मिलकर 130 खिलाड़ियों को अपने साथ बरकरार रखा है और इस पर 510.75 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें 44 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं।
इन पर रहेंगी निगाहें
प्रस्तावित आइपीएल नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल, वेस्टइंडीज के ताबड़तोड़ बल्लेबाज सिरमोन हेटमेयर, क्रेग ब्रेथवेट, भारतीय स्पिनर अक्षर पटेल और तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट पर रहेंगी। मैक्सवेल को दिल्ली ने पिछले सत्र में नौ करोड़ रुपये में खरीदा था लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। उन्होंने भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी की और वह कभी भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
उनादकट को पिछले सत्र में राजस्थान रॉयल्स ने 11.5 करोड़ में खरीदा था लेकिन खराब प्रदर्शन के कारण उनको रिलीज कर दिया। कुछ टीमों को भारतीय तेज गेंदबाज की जरूरत है और वे इस खिलाड़ी पर दांव लगा सकती हैं। ऐसा ही हाल अक्षर पटेल के साथ है। आइपीएल में वेस्टइंडीज के ताबड़बतोड़ बल्लेबाजों का जलवा रहता है और हेटमेयर व ब्रेथवेट इसमें फिट बैठते हैं। हेटमेयर ने हाल ही में भारत के खिलाफ पांच वनडे की सीरीज में 140 के स्ट्राइक रेट से 259 रन बनाए थे। वह इससे पहले आइपीएल में नहीं खेले हैं। वहीं ब्रेथवेट को सनराइजर्स हैदराबाद ने रिलीज कर दिया है।
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