भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने ऐतिहासिक कदम उठाया है, उन्होंने 43 साल की आयु में यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है. वे फाइनल में जगह बनाने में सबसे वयस्क खिलाड़ी हैं. रोहन बोपन्ना और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैथ्यू एबडेन ने गुरुवार रात के सेमीफाइनल मुकाबले में फ्रांस के पियरे हुगुएस हर्बर्ट और निकोलस माहुत की जोड़ी को सीधे सेटों में हराया. इससे पहले, बोपन्ना ने अपने टेनिस करियर में दूसरी बार ग्रैंड स्लैम डबल्स के फाइनल में पहुंचकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. भारत से पहले, टेनिस में महेश भूपति और लीएंडर पेस ने दोनों डबल्स और नंबर-1 रैंकिंग में कमाल किया, और वे कई टाइटल भी जीते.
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छठी वरीयता प्राप्त रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन की जोड़ी इस साल विंबलडन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंची थी. इस जोड़ी ने अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल में फ्रांस की जोड़ी को 7-6 (7-3), 6-2 से हराया. विरोधी जोड़ी ने पहले सेट में जरूर टक्कर दी, लेकिन दूसरे सेट में बोपन्ना और एबडेन हावी रहे. फाइनल में अब इस जोड़ी का सामना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के जो सैलिसबरी की जोड़ी से होगा. इससे पहले 2010 में भी बोपन्ना यूएस ओपन में ही मेंस डबल्स के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन तब उन्हें हार मिली थी.
रोहन बोपन्ना: ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचकर बने भारत के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी
रोहन बोपन्ना ने इसी के साथ नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. बोपन्ना ओपन एरा में मेंस डबल्स में किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने 43 साल और 6 महीने की उम्र में यह कारनामा किया. ग्रैंडस्लैम टाइटल की बात करें, तो रोहन बोपन्ना ने 2017 में मिक्स्ड डब्लस का खिताब जीता है. हालांकि सिंगल्स में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है.
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