भारत के लिए दिल टूटने वाली खबर सामने आई है। पेरिस ओलंपिक 2024 में स्वर्ण पदक मैच से पहले, विनेश फोगाट को कुछ ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। वह अब रजत पदक के लिए भी पात्र नहीं होंगी। आइए जानें कि ओलंपिक कुश्ती के वजन मापने के नियम कैसे काम करते हैं।
विनेश फोगाट को 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ फाइनल से पहले कुछ ग्राम अधिक वजन पाया गया। क्वालिफायर और सेमीफाइनल दौर के दौरान विनेश वजन मापदंड के भीतर थीं, लेकिन फाइनल से पहले वजन अधिक होने के कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
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ओलंपिक कुश्ती में, किसी भी पहलवान का भार तब तक नहीं मापा जाएगा, जब तक उसने पहली सुबह मेडिकल जांच नहीं कराई है। पहलवानों को मेडिकल जांच में उपस्थित होना होगा और उनके साथ लाइसेंस और मान्यता प्रमाण पत्र भी होना चाहिए। भार मापने के लिए पहलवान को सिर्फ एक सिंगलेट जर्सी में होना चाहिए, जो वह मैच के दौरान पहनता है। योग्य चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद, अगर पहलवान किसी संक्रामक बीमारी से जूझ रहा है, तो उसे डिस्क्वालिफाई कर दिया जाएगा।
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विनेश फोगाट फाइनल से पहले मामूली वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित
विनेश पहले दिन यानी छह अगस्त को भारवर्ग के अंदर थीं। 29 वर्षीय एथलीट ने पहले दिन के वजन मापने के नियम को अच्छे से पार किया और क्वार्टर फाइनल तथा सेमीफाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया। हालांकि, फाइनल से पहले कुछ ग्राम अधिक वजन की पाई जाने के कारण उन्हें फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
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