अमेरिका और ब्राजील के एक शोधकर्ता के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उन्नति संभावित रूप से निकट भविष्य में 80% वर्तमान मानव नौकरियों के अप्रचलित हो जाने का कारण बन सकती है। यह भविष्यवाणी इस संभावना पर प्रकाश डालती है कि वर्तमान में मनुष्यों द्वारा किए जाने वाले कई पेशे अब एआई के कारण आवश्यक नहीं हो सकते हैं।
अगले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से इस समय किए जाने वाले 80 फ़ीसदी मानवीय जॉब खत्म हो सकते हैं. अमेरिकी-ब्राजीलियन रिसर्चर ने यह आशंका जताई है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से आने वाले कुछ सालों में इस समय किए जा रहे बहुत से जॉब खत्म हो जाएंगे जिन्हें अभी इंसान करते हैं.
56 साल के रिसर्चर ने कहा है कि इस समय बहुत से काम बिना इंसानी मदद किए नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जारी रिसर्च आने वाले कुछ दिनों में 80 फ़ीसदी जॉब को खत्म करने की क्षमता रखता है.
रिसर्चर ने कहा कि सिर्फ चैट जीपीटी अपने आप में कोई मदद नहीं करने वाला है, कामकाज के अलग-अलग माध्यम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका बढ़ने वाली है.
रिसर्चर ने कहा है कि अगर हम मशीन को इंसान जैसा स्मार्ट बनाना चाहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से यह संभव है. मशीनों को इंसान की तरह स्मार्ट बनाकर ट्रेनिंग और प्रोग्रामिंग के मामले में बड़ा कदम उठाया जा सकता है. अगले कुछ सालों में मशीन से किए जाने वाले कामकाज भी बहुत स्मार्ट और इंटेलिजेंट हो सकते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सुपर ह्यूमन एआई की तरह बनाने की कोशिश चल रही है. इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मल्टी स्टेज रीजनिंग जैसे जटिल काम नहीं कर सकता, लेकिन ऐसा लगता है कि आने वाले कुछ समय में यह भी किया जाना संभव हो जाएगा.
रिसर्चर ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से मिस इंफॉर्मेशन फैलाने की आशंका सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इंटरनेट की मदद से भी काफी अफवाह फैलाए जाते हैं, लेकिन हमने इंटरनेट पर रोक नहीं लगाया है.
उन्होंने कहा, “हमें एक फ्री सोसायटी बनाने की जरूरत है और उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का समझदारी से इस्तेमाल करने की जरूरत है.” रिसर्चर ने कहा कि इस समय इंसान जो काम करते हैं, आने वाले समय में वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से रिप्लेस हो जाएगा. इस वजह से करीब 80 फ़ीसदी तक ह्यूमन जॉब खत्म हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि चैट जीपीटी इस मामले में एक प्रोडक्ट है, ऐसे कई प्रोडक्ट आ सकते हैं जो दुनिया को बदलने की क्षमता रखते हैं.