ग्लोबल ब्रांड कंसल्टेंसी इंटरब्रांड ने गुरुवार को ‘बेस्ट-100 ग्लोबल ब्रांड 2018’ लिस्ट जारी की। इसके मुताबिक, गूगल को पीछे छोड़कर एपल दुनिया का टॉप ब्रांड बन गया। वहीं, डेटा चोरी के विवाद के चलते फेसबुक 8वें से 9वें नंबर पर पहुंच गया। एजेंसी के मुताबिक, 56% की ग्रोथ के साथ अमेजन दुनिया का तीसरा टॉप ब्रांड बन गया। 2017 की लिस्ट में यह 5वें नंबर पर था।
10% बढ़ी गूगल की ब्रांड वैल्यू
1. रैंकिंग के मुताबिक, एपल की ब्रांड वैल्यू 16% बढ़ी है। यह 184 अरब डॉलर (13.57 लाख करोड़ रुपए) से 214.5 अरब डॉलर (15.79 लाख करोड़ रुपए) पहुंच गई है। एपल अमेरिकी की पहली ऐसी कंपनी है, जिसका मार्केट कैप एक लाख करोड़ डॉलर है।
2. दूसरे नंबर पर मौजूद गूगल की वैल्यू 10% के इजाफे के साथ 155.5 अरब डॉलर (11.23 लाख करोड़ रुपए) हो गई है। 2017 में कंपनी की ब्रांड वैल्यू (10.4 लाख करोड़ रुपए) आंकी गई थी।
3. 100.8 अरब डॉलर (7.37 लाख करोड़ रुपए) की वैल्यू के साथ अमेजन तीसरे नंबर पर है। पिछले साल इसकी ब्रांड वैल्यू 64.7 अरब डॉलर (4.77 लाख करोड़ रुपए) थी।
4. चौथे नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट है, जिसकी ब्रांड वैल्यू 2017 में 79.9 अरब डॉलर (5.89 लाख करोड़ रुपए) थी। यह बढ़कर 92.7 अरब डॉलर (6.84 लाख करोड़ रुपए) आंकी गई है।
5. 66.3 अरब डॉलर (4.89 लाख करोड़ रुपए) की ब्रांड वैल्यू के साथ कोका कोला पांचवें नंबर पर और सैमसंग 59.8 अरब डॉलर (4.41 लाख करोड़ रुपए) के साथ छठे पायदान पर है।
6. कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा घोटाले के बाद फेसबुक की ब्रांड वैल्यू 6% घटी है और इसे टॉप ब्रांड की सूची में 9वें नंबर पर रखा गया है। 2017 में फेसबुक की ब्रांड वैल्यू 48.1 अरब डॉलर (3.54 लाख करोड़ रुपए) थी, जो अब 45.1 अरब डॉलर (3.32 लाख करोड़ रुपए) रह गई।
7. इंटरब्रांड के ग्लोबल चीफ इग्जेक्यूटिव चार्ल्स ट्रेवैल के मुताबिक, सभी ब्रांड्स ने अपने ग्राहकों की नब्ज को समझते हुए तरक्की की है। उन्होंने बताया कि एलन मस्क की कंपनी टेस्ला टॉप-100 ब्रांड से बाहर हो गई है, जो 2017 की लिस्ट में शामिल थी।
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