भोपाल:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया.
इस रेलवे स्टेशन को पहले हबीबगंज के नाम से जाना जाता था.
भोपाल के गोंड साम्राज्य की रानी के नाम पर हाल ही में नामित इस स्टेशन में आधुनिक विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ सभी प्लेटफार्म को जोड़ने वाला सेंट्रल कानकोर बनाया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर हवाई अड्डे जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं. इसमें आधुनिक शौचालय, गुणवत्तापूर्ण भोजन, होटल, अस्पताल, स्मार्ट पार्किंग, तथा स्टेशन के सभी प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए सेंट्रल कानकोर्स है.
ईपीआई संस्कृति की ओर बढ़ने की शुरुआत- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह वीआईपी संस्कृति से ईपीआई (हर व्यक्ति महत्वपूर्ण) संस्कृति की ओर बढ़ने की शुरुआत है. देश का सामान्य कर देयक ऐसी आधुनिक सुविधाओं की उम्मीद करता है.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी तर्ज पर देश में कुल 175 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है.
भारतीय रेल अगले दो सालों में 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने हेतु प्रयासरत है.
2 साल में 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का ऐलान
‘रानी कमलापति रेलवे स्टेशन’ के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगले 2 साल में देशभर में 75 वंदे भारत ट्रेनें चलायी जाएंगी।
आधुनिक भारत के लिए रिकॉर्डतोड़ निवेश हो रहा है।
रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ किसानों को, विद्यार्थियों को, व्यापारियों और उद्यमियों को होता है।
आज हम देखते हैं कि किस तरह किसान रेल के माध्यम से देश के कोने-कोने के किसान दूर दराज तक अपनी उपज भेज पा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के पौने 200 से अधिक रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है।
बीते 6-7 साल के दौरान 1100 किलोमीटर से अधिक रूट को पूरा किया जा चुका है और बाकी पर तेज गति से काम चल रहा है, काम की यही गति आज दूसरे प्रोजेक्ट्स में भी दिखती |
हैबीते 7 साल में हर वर्ष औसतन ढाई हजार किलोमीटर ट्रैक कमीशन किया गया है, जबकि उससे पहले के सालों में यह 1500 किलोमीटर के आसपास ही होता था, पहले की तुलना में इन वर्षों में रेलवे ट्रैक के बिजलीकरण की रफ्तार 5 गुना से ज्यादा बढ़ी है|
मध्य प्रदेश में भी 35 प्रोजेक्ट्स में से लगभग 1125 किलोीटर के प्रोजेक्ट कमिशन हो चुके हैं।