चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से आर्थिक राजधानी शंघाई में लगातार लॉकडाउन लग रहा है और इसके चलते सेमीकंडक्टर का प्रोडक्शन भी घट गया है। इस साल की पहली तिमाही में चीन में इंटीग्रेटेड सर्किट के प्रोडक्शन में 4.2% की गिरावट आई है। यह 2019 की पहली तिमाही में प्रोडक्शन में आई 8.7% गिरावट के बाद सबसे खराब तिमाही रही है।
चीन में सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 5.1% घटा
मार्च में सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 5.1% घटा है। चीन के विभिन्न ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरर ने सप्लाई चेन का संकट पैदा होने की भी आशंका जताई है। इसका असर भारत में भी पड़ सकता है, क्योंकि भारत में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट का काफी इंपोर्ट चीन से किया जाता है।
भारत अपना 100% सेमीकंडक्टर इंपोर्ट करता है, जिसमें से आधे से ज्यादा चीन से होता है। इसके अलावा ऑटोमोबाइल, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कई सेक्टर हैं जहां पर चीन से कंपोनेंट का इंपोर्ट होता है।
ग्रोथ उम्मीद से बेहतर, लेकिन लॉकडाउन से बेरोजगारी बढ़ी
कोरोना के ताजे मामलों ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की हालत खराब कर दी है। मार्च
में लॉकडाउन ने चीन की आर्थिक वृद्धि को प्रभावित किया। हालांकि इस साल की पहली तिमाही में चीन की
GDP ग्रोथ उम्मीद से ज्यादा 4.8% रही, लेकिन चीन की रिटेल बिक्री में सालाना आधार पर 3.5% की गिरावट
आई, जो जुलाई 2020 के बाद पहली बार है।मार्च में सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 5.1% घटा है
चीन के विभिन्न ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरर ने सप्लाई चेन का संकट पैदा होने की भी आशंका जताई है
इसका असर भारत में भी पड़ सकता है, क्योंकि भारत में और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट का काफी इंपोर्ट चीन से
किया जाता है। हालांकि इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 5% रहा जो 4% के माध्यमिक पूर्वानुमान से ज्यादा है लेकिन यह जनवरी
फरवरी के दौरान 7.5% से कम है। वहीं निवेश ग्रोथ भी 9.3% रही जो साल के पहले दो महीनों
के 12.2% से कम है।