• Mon. Dec 23rd, 2024

    2030 तक एक लाख करोड़ डॉलर की होगी देश की इंटरनेट अर्थव्यवस्था

    internet services

    2022 में, इस अर्थव्यवस्था का आकार $15.5 और $175 बिलियन के बीच है। इस संबंध में, बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) और बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) ई-कॉमर्स, सॉफ्टवेयर सेवाओं और ओटीटी सेवाओं के माध्यम से ऑनलाइन मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था साल 2030 तक छह गुना बढ़कर एक लाख करोड़ डॉलर (करीब 82 लाख करोड़ रुपये) पहुंच जाएगी। गूगल, टेमासेक और बेन एंड कंपनी की मंगलवार को जारी साझा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इस ‘इंडिया ई-कॉनमी रिपोर्ट’ के अनुसार, भारत अपने डिजिटल दशक में है। इसके आखिर तक इंटरनेट अर्थव्यवस्था 12 से 13 फीसदी की सालाना दर से बढ़ेगी। अभी इसकी वृद्धि चार से पांच फीसदी है।

    साल 2022 में इस अर्थव्यवस्था का आकार 155 से 175 अरब डॉलर के बीच था. इसे बढ़ाने में बिजनेस टू कंज्यूमर (बी2सी) और बिजनेस टू बिजनेस (बी2बी) ई-कॉमर्स, सॉफ्टवेयर सर्विसेज और ओटीटी सर्विस के जरिए ऑनलाइन मीडिया प्रमुख भूमिका निभाएगा। गूगल इंडिया के कंट्री मैनेजर और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता का दावा है कि भविष्य की ज्यादातर खरीदारी ऑनलाइन और डिजिटल माध्यमों से होगी। वहीं, टेमासेक के एमडी विशेष श्रीवास्तव के मुताबिक, आज भारत को ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ की नई उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है।

    कौन से क्षेत्र किस रफ्तार से बढ़ेंगे

    • बी2सी : हाल के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में B2C क्षेत्र का मूल्य 60-65 बिलियन डॉलर आंका गया है। यह अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2030 तक, इस क्षेत्र में 350-380 बिलियन डॉलर के अनुमानित मूल्य के साथ महत्वपूर्ण वृद्धि का अनुभव होगा, पांच से छह गुना वृद्धि का संकेत दे रहा है।
    • बी2बी : रिपोर्ट बताती है कि B2B क्षेत्र में अपने वर्तमान आकार से 13 से 14 गुना तक की भारी वृद्धि क्षमता है। वर्ष 2030 तक, यह अनुमान लगाया गया है कि उद्योग का कुल मूल्य 105 से 120 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाएगा। वर्तमान में, इस क्षेत्र का आकार केवल मामूली 8 से 9 बिलियन डॉलर है।
    • सॉफ्टवेयर सेवाएं : वर्ष 2030 तक पांच से छह गुना वृद्धि की भविष्यवाणी के साथ, सॉफ्टवेयर सेवा उद्योग विकास में एक महत्वपूर्ण उछाल का अनुभव कर रहा है। यह प्रक्षेपण उद्योग के मूल्य को 65 से 75 बिलियन डॉलर तक ले जाएगा, जो इसके वर्तमान मूल्य से काफी वृद्धि है। 12 से 13 बिलियन डॉलर।

    गुप्ता ने कहा, स्टार्टअप के नेतृत्व में बड़ा डिजिटल इनोवेशन हो रहा है। छोटे-मध्यम उद्योग और कारोबार हों या बड़े उद्योग, सबने महामारी के बाद डिजिटल इनोवेशन व तकनीकों को अपनाया।

    Share With Your Friends If you Loved it!