दिग्गज कारोबारी बिल गेट्स ने खुलासा किया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में भी कुछ प्रोफेशनल्स की नौकरियां पूरी तरह सुरक्षित रहेंगी. उन्होंने बताया कि कौन-कौन से ऐसे पेशे हैं, जहां एआई मनुष्यों की जगह नहीं ले पाएगा.
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AI का जमाना है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हमारे सोचने और काम करने के तरीके को पूरी तरह बदलकर रख दिया है. लोग OpenAI, Gemini, Copilot, DeepSeek और दूसरे AI चैटबॉट का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. इंसान जिस काम को घंटों में करते हैं उसे आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से मिनटों में कर लिया जाता है. ज्यादातर लोग आज के समय में AI पर निर्भर होने लगे हैं. कंपनियां इसका सबसे ज्यादा फायदा ले रही हैं. तकनीक जैसे-जैसे बढ़ रही है. लोगों को नौकरी का संकट सताने लगा है. प्रोफेसनल्स इस बात से परेशान हैं कि AI की वजह से कहीं उनकी नौकरियां न चली जाएं.
Microsoft के को-फाउंडर बिल गेट्स (Billgates) ने पिछले महीने ही ये कहा था कि आर्टिफिशियल इंजेलिजेंस ज्यादातर क्षेत्रों में इंसानों की जगह ले लेगा. क्यों दनियाभर में आज AI का इस्तेमाल जमकर हो रहा है. आने वाले समय में नौकरियों का भविष्य कैसा है, उन्होंने इसके बारे में बताया है.
AI किसकी नौकरी सबसे पहले छीनेगा?
कई टेक दिग्गजों जैसे NVIDIA के जेन्सन हुआंग, OpenAI के सैम ऑल्टमैन और सेल्सफोर्स के सीईओ मार्क बेनिओफ का मानना है कि AI की दुनिया में कोडर्स बिल्कुल भी सेफ नहीं है. सबसे पहले इन्हीं लोगों की नौकरी जाएगी. लेकिन बिल गेड्स को ऐसा नहीं लगता है. उनका मानना है कि इस काम को इंसान ही सबसे बढ़िया तरीके से कर सकते हैं. इसीलिए कोडिंग की नौकरी में AI नहीं बल्कि इंसानों की भूमिका ही अहम रहेगी.
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AI से कौन सी नौकरियां पूरी तरह सेफ?
बिल गेट्स ने ये भी बताया कि और कौन से प्रोफेशनल्स की नौकरी AI के जमने में पूरी तरह सेफ रहेगी. कोडर्स के अलावा और कौन लोग हैं, जिनके कामकाज की जगह AI नहीं ले पाएगा. दिग्गज बिजनेसमैन ने बताया कि AI कितना भी आगे बढ़ जाए लेकिन वह बायोलॉजिस्ट की जगह नहीं ले पाएगा. हालांकि डिजीज डइगनोस्ट, डीएनए एनालिसिस जैसे कामों के लिए एक उपयोगी टूल के रूप में काम जरूर करेगा. क्योंकि इसमें वैज्ञानिक खोजों के लिए क्रिएटिविटी की कमी है. साथ ही यह एनर्जी एक्सपर्ट्स की जगह भी नहीं ले पाएगा. क्योंकि यह क्षेत्र अभी भी पूरी तरह से ऑटोमेटेड होने के लिए बहुत जटिल है.
बता दें कि समय के साथ AI की ताकत बढ़ती जा रही है. कई दिग्गजों का मानना है कि इस तकनीक से इंसानी नौकरियों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. कई क्षेत्रों में कामकाज को लेकर यह इंसानों से भी आगे निकल जाएगा. जिसकी वजह से जॉब जाने का खतरा बढ़ गया है.
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