अलिपोव ने कहा कि दोनों देशों ने सफलता के साथ सभी बाधाओं को पार किया है। यूक्रेन युद्ध के चलते भारत पर दबाव था, लेकिन उसके बाद भी हमारा कारोबार जारी रहा और रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया।
भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार तमाम दबावों के बाद भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही नहीं पश्चिमी देशों की कंपनियों के बाहर जाने से भारतीय कारोबारियों के लिए नए मौके खुले हैं। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलिपोव ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत और रूस का कारोबार तमाम दबावों के बाद भी रुकने की बजाय और तेजी से बढ़ रहा है। अलिपोव ने कहा कि दोनों देशों ने सफलता के साथ सभी बाधाओं को पार किया है। यूक्रेन युद्ध के चलते भारत पर दबाव था, लेकिन उसके बाद भी हमारा कारोबार जारी रहा। उन्होंने कहा कि भारत से रूस का आयात आने वाले सालों में और तेजी से बढ़ेगा। खासतौर पर साइंस से जुड़ी चीजों में सहयोग बढ़ने की संभावना है।