उत्तर भारत में ठंड से कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन अभी भी लोग ठंड से परेशान हैं. भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में इस साल की ठंड ने पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, देश की राजधानी नई दिल्ली में भी बुधवार का दिन शीत लहर का रहा। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को भी राजधानी के हालात ठंड से ऐसे ही रहे।
जनवरी में अब तक नई दिल्ली में शीत लहर के आठ दिन हो चुके हैं, जो पिछले पंद्रह वर्षों में शीत लहर के दिनों की सबसे अधिक संख्या है और इकतीस वर्षों में शीत लहर के दिनों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है जिसे आईएमडी ने ट्रैक किया है। आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक गुरुवार तक शीतलहर और हल्की बारिश या बूंदाबांदी में कमी आने की संभावना है। बुधवार को दिल्ली में तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। मंगलवार को दिल्ली में तापमान सामान्य से 0.2 डिग्री भी कम रहा।
एक “शीत लहर” ठंड के मौसम की अवधि है। 2008 में बहुत अधिक ठंड के दिन थे, जो ठंड के दिनों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है। इस साल दिल्ली में दो बार शीत लहर आई है- पहली 5 जनवरी से 9 जनवरी तक और दूसरी 16 जनवरी से 18 जनवरी तक।
इस साल दिल्ली में किसी भी अन्य दशक की तुलना में अधिक ठंड के दिन रहे। उदाहरण के लिए, जनवरी 1997 में सात ठंडे दिन दर्ज किए गए थे। हालांकि जनवरी 2021 में यह स्थिति महज छह दिन ही रही। इस साल ठंड का मौसम नहीं देखा गया।